कबीर मिशन समाचार जिला सीहोर जावर से संजय सोलंकी की रिपोर्ट।
घरेलू कनेक्शन पर 3 करोड़ 5 लाख, गेर घरेलू 1 करोड 80 लाख, कृषि पंप 7 करोड 88 लाख रूपये विद्युत उपभोक्ताओं पर बकाया।
जावर। झूलते तार और विद्युत कटोती के साथ केवल लाइन और ट्रासफार्मर का हर कभी अग्नि स्नान कर लेना तो कंपनी की नियती बन गई हैं। ऐसे में रखरखाव के नाम पर होने वाली कटोती और फिर जरासी हवा चलते ही बिवली के गुल हो जाने पर जब उपभोक्ता सवाल करता हैं, जो कंपनी के पास कोई जावब नहीं होता हैं। वैसे तो कंपनी के अधिकारी फोन पर उपलब्ध नहीं होते हैं। लेकिन शाम 5 बजे के बाद तो यह तय हैं कि चाहे जो हो जाए कंपनी के अधिकारी मिलते ही नहीं हैं।
ऐसे में उपभोक्ता और किसान किसे अपनी बात कहे?जावर के जेई अरविंद मंडलोई कहते हैं कि बिजली चोरी पर अंकुश लगाया जाऐगा। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में घरेलू कनेक्षन पर 3 करोड़ 5 लाख, गेर घरेलू 1 करोड 80 लाख, कृषि पंप 7 करोड 88जावर तहसील में कुल जमा 100 ग्राम हैं और विद्युत कंपनी का बकाया 13 करोड़ 18 लाख हैं। समझा जा सकता हैं कि कंपनी के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक ने कितनी रहमदिली दिखाई होगी। यह बकाया कोई एक दो माह का नहीं हैं, बल्की वर्षों पुराना हैं। इसलिए कंपनी के डीई को बतानाचाहिए कि एक महिने का बिल नहीं देने पर संयोजन काट दिया जाता हैं, तो फिर यह रहमदिली क्यों? यह भी डीई को बताना होगा कि बकाया की वसूली नहीं करने वाले कर्मचारियों
और अधिकारियों पर कंपनी ने क्या कार्रवाई की? सवाल तो यह भी हैं कि कार्रवाई के घेरे में आष्टा और सीहोर के अधिकारी भी आ गए हैं। जो बकाया बताया जा रहा हैं, वह चौकाने वाला हैं। उपभोक्ताओं से बेशक वसूली हो, लेकिन कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी कंपनी को कार्रवाई करना होगी। बकायादारों की सूची चौराहो पर चस्पा करना कंपनी जरूरी समझाती हैं और इसीलिए उन नामों को सार्वजनिक किया गया है, लेकिन वे नाम भी कंपनी सार्वजनिक करे जिनपर बकाया वसूली की जिम्मेदारी थी और जिनके विद्युत संयोजन कांटे जाने थे, लेकिन नही काटे गए।
अब जावर के नागरिक कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची का भी सार्वजनिक होने का इंतजार कर रहे हैं।लाख रूपये विद्युत उपभोक्ताओं पर बकाया है। नगर में बकायादारों के बिजली कनेक्षन कांटे जा रहे है। अनधिकृत विद्युत उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाऐगी और इसके लिए प्रशासन तथा पुलिस का सहयोग लिया जाऐगा।
उन्होंने मैदानी कर्मचारियों से कहा कि बकायादारों के बिजली कनेक्शन को तत्काल विच्छेदित करें तथा जो बड़े बकायादार हैं उनके नामों को सार्वजनिक करके उनकी लिस्ट नगर सहित ग्राम पंचायतों में प्रदर्शित करवाई जाऐगी। यदि मीटर रीडिंग में गड़बड़ी हो रही है तो तत्काल मीटर रीडर को बखाँस्त किया जाएगा। जिन मीटर रीडरों द्वारा कोताही चरती जा रही है उन्हें यदि कंपनी चाहर करती है तो आउटसोर्स कंपनी पुनः नियुक्त कर देती है, इस तरह की कार्यवाही न हो इसका भी ध्यान रखा जाए