राजस्थान पुलिस ने 25 शादियां कर चुकी 23 साल की लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है। उसके दो बच्चे भी हैं। हर शादी से पहले महिला ने फर्जी आधार कार्ड बनवाया। सभी शादियों में महिला के असली पति ने भाई बनकर गवाही दी।
लुटेरी दुल्हन का गिरोह राजस्थान, MP, UP और बिहार में सक्रिय था। फर्जी शादी के लिए दलाल लड़का ढूंढते थे। दलाल लड़के से कितने भी रुपए ले, लुटेरी दुल्हन को हर शादी के 50 हजार रुपए मिलते हैं। फर्जी शादी के 5 से 10 दिन बाद ही लुटेरी दुल्हन फरार हो जाती थी।
पुलिस ने दावा किया है कि लुटेरी दुल्हन 25 शादियां करना कबूल कर चुकी है। पुलिस का मानना है कि फर्जी शादियों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा हो सकता है। पूरा गिरोह भोपाल से ऑपरेट हो रहा था।12 जून 2024 में चित्तौड़गढ़ के डूंगला थाने में किशन करेरी गांव के नेमीचंद कुमावत ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। नेमीचंद ने बताया कि उसने दलालों के मार्फत UP निवासी अनुराधा नाम की युवती से शादी की थी।
शादी के लिए दलालों ने उससे 2 लाख रुपए लिए थे। शादी के कुछ दिन बाद ही अनुराधा घर से गायब हो गई। सवाई माधोपुर के मानटाउन थाने में 3 मई को विष्णु शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया कि खंडवा (MP) की रहने वाली सुनीता और पप्पू मीणा ने शादी के लिए अनुराधा की फोटो दिखाई।
इसके बाद न्यायालय परिसर सवाई माधोपुर में इकरारनामा तैयार करवाकर 2 लाख रुपए लेकर 20 अप्रैल को शादी करा दी। शादी के बाद अनुराधा 2 मई की रात को घर से जेवर, नकदी व मोबाइल लेकर फरार हो गई।