मंदसौर

मल्हारगढ़ में अवैध टावर निर्माण की अनुमति में एक नया मोड़


कबीर मिशन समाचार

मंदसौर। पैसो के लालची ने ऑनलाइन अनुमति आखिरकार कैसे ली जबकि सेकंड बिल्डिंग की अनुमति भी नहीं है और जब सेकंड बिल्डिंग की अनुमति ही नगर परिषद से नहीं ली गई तो भला उसके ऊपर टावर लगाने की अनुमति ऑनलाइन कैसे आ गई नगर परिषद सीएमओ राजेश गुप्ता का कहना है कि कलेक्टर द्वारा अनुमति दी गई है जब उनसे पूछा गया कि क्या सेकंड बिल्डिंग की अनुमति नगर परिषद ने दी है तो उनका जवाब था कि सेकंड बिल्डिंग की अनुमति नगर परिषद ने नहीं दी हैं तो वहीं सीएमओ राजेश गुप्ता सुन हो गए और उनके पास कोई जवाब नहीं था जब सेकंड बिल्डिंग की अनुमति ही नहीं है तो टावर की अनुमति किसने दी यह सबसे बड़ा सवाल क्या जिले में बैठे अधिकारियों की मिलीभगत से टावर की अनुमति ऑनलाइन दी गई या फिर जिले के अधिकारियों को इस बात का ध्यान ही नहीं निचले स्तर के अधिकारी बंदरबांट कर ऑनलाइन अनुमति यां दे रहे हैं होगा बड़ा खुलासा आखिरकार हजारों लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे लोगों को शासन द्वारा कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।

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सीएमओ राजेश गुप्ता का कहना है कि अनुमति जिले से ली गई है कलेक्टर साहब ने अनुमति दी है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि रहवासी इलाका होते हुए भी कलेक्टर साहब ने आखिरकार कैसे दे दी अनुमति जबकि दो मंजिला मकान की अनुमति नगर परिषद ने नहीं दी तो जिले के उच्च अधिकारियों ने आखिरकार हजारों लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कैसे कर दिया। इसका जवाब दे ही होगा कोन आपको बता दें कि पूर्व में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने भी नाराजगी जताई थी इस टावर के मामले को लेकर उन्होंने कहा था कि रहवासी इलाका टावर नहीं लगना चाहिए उसके बावजूद भी उच्च अधिकारियों ने या फिर निचले अधिकारियों ने अनुमति देकर वित्त मंत्री के आदेशों का भी माखौल उड़ाया हैमल्हारगढ़ नगर परिषद की मिलीभगत से नगर में बिना अनुमति के एयरटेल का टावर निर्माण बीच बाजार में रहवासी इलाकों में हो रहा लोगों की जान के साथ खिलवाड़ आक्रोशित लोगों ने दीया एसडीएम को ज्ञापन नगर वासियों ने कहा है कि बिना अनुमति के 3 मंजिला इमारत के ऊपर टावर लगाना जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है इतना ही नहीं बल्कि 3 इमारत मंजिल भी अवैध रूप से बनाई है जिसकी ना तो कोई अनुमति है ना ही कोई लिखित में दस्तावेज पूर्व में बनाए जा रहा था टावर तत्कालीन सीएमओ शैलेंद्र अवस्थी ने रुकवाया था कार्य लेकिन अब सीएमओ की मिलीभगत से फिर से टावर निर्माण हजारों लोगों की जान के साथ आखिरकार नगर परिषद व टावर संचालक क्यों कर रहे हैं खिलवाड़ नगर की जनता ने दिया एसडीएम को ज्ञापन ज्ञापन में कहा गया कि यदि अगर टावर निर्माण नहीं रोका गया तो उग्र आंदोलन होगा।

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