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छेड़खानी का विरोध करने पर कोचिंग से घर लौट रही छात्रा को दो शोहदों ने ट्रेन के आगे फेंक दिया

तेजी से बदलते आधुनिकता वाले इस माहौल में अब बच्चियों को शिक्षा के साथ-साथ सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण देना भी अनिवार्य हो चुका हैं। इसलिए, आप दो रोटी कम खायें परंतु अपने बच्चियों को अच्छी शिक्षा के साथ साथ सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण भी अवश्य दें। यूपी के बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है।

छेड़खानी का विरोध करने पर कोचिंग से घर लौट रही छात्रा को दो शोहदों ने ट्रेन के आगे फेंक दिया, जिससे उसका एक हाथ और दोनों पैर कट गए। उसकी कई हड्डियां भी टूट गई। अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत चिंताजनक बनी हुई है। विदित हो कि, जिस छात्रा के साथ घटना हुई, उसे गांव का ही एक युवक करीब दो महीने से परेशान कर रहा था। वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर रास्ते में उसे रोक लेता था। छात्रा के साथ ही अन्य लोगों ने उसकी शिकायत परिजनों से की।

बताते हैं कि शुरू में छात्रा के परिजनों ने अपने परिवार की बदनामी के डर से शिकायत नहीं किया। परंतु सिर के ऊपर से पानी गुजरने पर आरोपी के परिजनों से शिकायत की। उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। परिवार ने पुलिस से भी शिकायत की पर सीबीगंज थाना पुलिस ने गांव में जाकर जांच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझा।

इसका नतीजा ये हुआ कि छात्रा अब जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। फिलहाल, इस मामले में पुलिस ने लड़की को ट्रेन के सामने फेंकने के मुख्य आरोपी विशाल मौर्य और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, लापरवाही बरतने पर सीबीगंज थाने के इंस्पेक्टर अशोक कांबोज, क्षेत्रीय दारोगा नितिन शर्मा और सिपाही हीरीलाल को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।

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