पचोर से संवाददाता:- सत्येंद्र जाटव
आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष इंजीनियर सत्येंद्र जाटव ने नगर परिषद अध्यक्ष विकास करोंडीया को दिया ज्ञापन l अत्यधिक गर्मी के बाद बरसात का मौसम आने वाला है और बरसात में पचोर नगर में चार विधानसभा के मजदूर मजदूरी करने आते हैं और अपना जीवनी का चलते हैं
पचोर नगर में 300 से अधिक मजदूर प्रत्येक दिन आते हैं 400-500रु दिन के हिसाब से मजदूरी करते हैं मजदूर बस स्टैंड पर घंटो खड़े रहते है मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में पांचो विधायक बीजेपी के है सांसद 10 साल से बीजेपी के है और दो मंत्री भाजपा के है
नगर परिषद अध्यक्ष पचोर बीजेपी के है और तो और 13 पार्षद नगर में बीजेपी के है इसके बाद भी 20 साल से मजदूरों के लिए रेन बसेरा, टिन सेड नहीं बन पाया 15-20 सालों से मांग करते आ रहा है सत्येंद्र जाटव जिला उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी इनके द्वारा अनेकों बार ज्ञापन आवेदन देने के बाद भी मजदूरों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया l
शासन मजदूरों के लिए प्रत्येक तहसील लेवल पर, जिला लेवल पर,विकासखंड लेवल पर, मजदूरों के लिए श्रमिक सेटश, सार्वजनिक शौचालय, पीने योग्य पानी एवं जिला एवं ब्लाक विधानसभा लेवल पर रेन बसेरा होना चाहिए जिससे मजदूरों को राहत मिले लेकिन केवल दिखाने के लिए ही योजना है जमीन स्तर पर मजदूरों को योजना का लाभ नहीं
मिलता इनके पंजीयन के लिए भी केवल फोटो-शो के हिसाब से कुछ चुनिंदा जगह पर फोटो खींच लिए जाते हैं जमीन स्तर पर प्रत्येक मजदूर के घर तक सरकारी योजना का लाभ नहीं पहुंच पा रहा जैसे वोट मांगने नेता प्रत्येक घरों में जाते हैं लेकिन सरकारी योजना देने के लिए उनके घर तक नहीं जा पाए कुछ चुनिंदा स्थानों पर ही योजना का प्रसार कर दिया जाता है l
और मजदूरों की बस्तियों में मजदूरों के गली मोहल्ले में सरकारी योजना का लाभ देने के लिए कैंप तक नहीं लगाए जाते हैं ऐसी अनेकों बार मांग उठने के बाद भी केवल 20 साल से विधायक, मंत्री, सांसद, नगर अध्यक्ष ने आश्वासन के सिवा मजदूरों को कुछ नहीं दिया l
केवल आश्वासन नेता चुनाव जीतने के लिये आश्वासन देते हैं उसके बाद नहीं l चुनाव जीतने के बाद बहाने बाजी करते हैं आज सबसे बड़ा धोखा मजदूर किसानों के साथ हो रहा है आश्वासन के बाद उनकी मांग पूरी नहीं की चुनावी घोषणा पत्र में भी अनेकों घोषणाएं की जाती है लेकिन घोषणा पत्र में केवल घोषणा ही रह जाती है चुनाव जीतने के बाद नेता मुकर जाते हैं l
मेरा शासन प्रशासन और मुख्यमंत्री महोदय एवं प्रधानमंत्री महोदय से निवेदन है कि मजदूरों को शासन की योजना जमीनी स्तर पर लाभ दिलवाया जाए, ना कि पेपर टीवी मीडिया तक फोटो शो तक सीमित न रखें आज सबसे ज्यादा मजदूर किसान दलित आदिवासी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है बहुत दुर्भाग्य की बात l