दतिया से विकास वर्मा की रिपोर्ट।
दतिया शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया में एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एवं कार्डियो पलमोनरी सेरीब्रल पुनर्जीवन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में विभिन्न संकायों के 40 चिकित्सा स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को आकस्मिक परिस्थितियों में अचानक से बेहोश हुए व्यक्ति को जिसकी सांस अथवा धड़कन रुक गई हो, उसके पुनर्जीवन के लिए कृत्रिम पुतलों (मेनिकीन्स) पर एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट देकर जान बचाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय स्तर की फैकेल्टी संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस लखनऊ से पधारे डॉ. संदीप साहू और राम नरेश यादव कार्यशाला में प्रशिक्षण देने हेतु सम्मिलित हुए।
इस कार्यशाला में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं ने शामिल होकर आकस्मिक चिकित्सा सेवा देने का प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें किसी व्यक्ति की साँस अथवा धड़कने अचानक से बंद होने की स्थिति में मुंह से सांस देना, चेस्ट कंप्रेशन द्वारा धड़कन वापस लाना, श्वास नली में ट्यूब डालकर साँस देने की विधि, डीफिब्रिलेसन जैसी आकस्मिक चिकित्सा सुविधा देने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान उद्घाटन सत्र में डॉ.सुरेंद्र कुमार बौद्ध, डॉ. मनीष अजमेरीया , डॉ.पुनीत अग्रवाल, डॉ.सुमित कुमार आदि उपस्थित रहे। डीन डॉ.दीपक सिंह मरावी ने कार्यशाला के सफल आयोजन की बधाई दी एवं आशा जतायी कि प्रशिक्षण के उपरांत चिकित्सक ज्यादा विशेषज्ञता से जरूरतमंद मरीजों को आकस्मिक सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। अंत में कार्यशाला संयोजक शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ.राजेश गुप्ता ने कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।