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धार। दलितों को लेकर 21वीं सदी में ऐसी खबरें आती है तो धार के कलेक्टर और एसपी को नौकरी छोड़ देना चाहिए

धार | दबंगो ने किया दलितों का हुक्का पानी बंद। शासन प्रशासन का कोई खोप नही।

अ भा बलाई संघ ने दिया कलेक्टर को ज्ञापन।

कबीर मिशन समाचार। राजकुमार प्रदेश प्रतिनिधि/ प्रदेश मीडिया प्रभारी।

धार। घटना धार जिले की है जहा पर दबंगो के दलितों पर अत्याचार इतने बड़ गये की हुक्का पानी तक बंद कर दिया जा रहा। ऐसे लोगो को शासन प्रशासन का कोई खोंप नही है। इस मामले को लेकर अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने धार कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर न्याय की मांग की।

यह है पुरा मामला

धार जिला मुख्यालय से महज 30 किमी. दूरी पर स्थित ग्राम खंडी गारा मे दलितों का हुक्का पानी दबंगो द्वारा बंद कर दिया गया।दलितों की गलती यह थी की दिनांक 8 अप्रैल को बेदंगा के रहने वाले सुरेश बंजारिया की बारात खंडीगारा के रहने वाले केसर लाल के घर आयी थी।

हिन्दु रिति-रिवाज के अनुसार सुरेश बंजारिया का बनौली घोड़ी पर बैठकर गांव मे निकाला गया था।बनौली गाँव मे निकलने की खबर जैसे हि दबंगो को लगी तो वे बारात के पास आये व दलित दूल्हे व परिजन से मारपीट की व जाती सूचक गालो गलौच भी करके अपमानित किया गया।उक्त घटना की एफआईआर थाना कानवन द्वारा दर्ज तो कर ली गयी । परन्तु इससे नाराज होकर दबंगो ने दलितों का सामजिक बहिस्कार कर दिया। तभी से दुल्हन के पिता केसरलाल तथा परिजन का हुक्का पानी बंद कर गाँव से बहार कर दिया गया।

साथ हि दुकानों से राशन भी बंद करवा दिया ओर यह एलान करवाया की जो इन दलितों को राशन पानी देगा। या सहायता की बात तक करेगा उसको 11 हजार का दंड देना होगा। पीड़ित केसरलाल् अपने परिजन के साथ खंडीगारा गाँव से 15 किमी दूर कानवन मे रहकर अपने राशन का जुगाड़ कर रहा है।अ भा बलाई महासंघ ने पीड़ितों घर साथ धार कलेक्टर को ज्ञापन देकर तुरंत कार्यवाही तथा दलित परिवार को न्याय की माग की।

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