कबीर मिशन समाचार/राजगढ,
राजगढ ! प्राइवेट कॉलेज से परेशान विद्यार्थियों की अनसुनी दास्तां इस तरह है कि गवर्नमेंट के द्वारा नियत फीस मैं बढ़ोतरी करते हुए कॉलेज छात्रों से मनमानी वसूली करते हैं और आने वाले भविष्य को लाचार बनाने में भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट कॉलेज इस तरह चल रहे हैं जैसे की शिक्षा का केंद्र ना होकर व्यवसाय की दुकान बन गए हो । कई मामलों में ब्यावर क्रिस्ट कॉलेज चर्चा का विषय बना हुआ है। विगत दिनों से बयावरा क्राइस्ट कॉलेज धांधली एवं अवैध कारणों से चर्चा में बना रहता है , अभी एक मामले में छात्र के साथ कॉलेज प्रबंधन अवैध वसूली करने में लगा है ,छात्र दो साल से अपनी बीएड की मार्कशीट के लिए चक्कर लगा रहा है ,शासकीय मापदण्डों के अनुरूप दोगुनी फीस की मांग को लेकर छात्र पीडित हैं ,ओर भी अन्य गड़बड़ी कॉलेज प्रबंधन की सामने आई है , जिसको लेकर छात्र ने जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज कराई हैं ।
अवैध वसूली का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता छात्रों के द्वारा पूरी फीस चुका देने के बावजूद भी रसीदों का हवाला देकर छात्रा से दोबारा फीस वसूली की जा रही है । जबकि कालेज प्रबंधन को सही मैनेजमेंट कर फीस शेड्यूल के माध्यम से छात्रों से बराबर फीस लेनी चाहिए । B.Ed में एडमिशन ले रहे छात्रों से कई तरह के स्टांप पेपर पर लिखित में एक समझौता किया जा रहा है । जिससे यह समझ जा सकता है कि छात्र शिक्षा नहीं बल्कि कोई सामान या समझौता कर रहा हूं ताकि चूक जाने पर उसे कोर्ट में घसीटा जा सके । ऐसे व्यवसाय के केंद्र बने कॉलेज पर सरकार कब अपनी नजर दौड़ाएगी और इन पर कब नकेल कसेगी और कब छात्रों को स्वतंत्र शिक्षा मिल पाएगी यह केवल कॉलेज का ही मामला नहीं है प्राइवेट तरीके से चल रहा है सभी शिक्षण संस्थानों में इसी तरह की अवैध वसूली जारी है।
जिस पर कोई जवाब किसी के पास नहीं है₹1 से लेकर के 10 लख रुपए तक में इन शिक्षण संस्थाओं का कमीशन बंधा हुआ है जो सिर्फ और सिर्फ छात्र को ही बहन करना है आज के इस युग में छात्र को शिक्षा ग्रहण करना सबसे मुश्किल और कठिन कार्य रह गया है आज के इस आधुनिक दौर में जहां शिक्षा को निशुल्क माना जा रहा है वहीं छात्र शिक्षा के माध्यम से सबसे ज्यादा ठगा जा रहा है सरकार को सरकार को अपने एजेंट में सभी प्राइवेट संस्थानों से अवैध वसूली पर रोक लगवानी चाहिए और सभी छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा मिल सके ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जहां से चाय अपनी मनमर्जी से पुस्तक एवं अन्य सामग्रियां खरीद सके इस आधुनिक दौर में महंगाई के मारे आज हर आदमी अपनी आरती की स्थिति को सुधार नहीं कर पा रहा है और साथ ही शिक्षा के नाम पर हो रही इन अवैध वसूलियों से समाज के हर आदमी की रीड टूट रही है जो एक बड़ा विषय है