भाजपा नेताओ के साथ ही होती है बैठक,कांग्रेस नेताओं को बैठक की सुचना तक नहीं
कबीर मिशन समाचार सुनील सिंह चौहान सोनकच्छ
यह मामला गुरुवार शाम हाटपीपल्या थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक का है जो कि ईद के त्यौहार के अवसर पर आयोजित की गई थी। हर बैठक में शांति समिति के सदस्यों के साथ ही भाजपा,कांग्रेस नेताओं के साथ ही समाज के प्रतिष्ठित लोगों को मुख्य रूप से बुलाया जाता रहा है।
परंतु गुरुवार को हुई बैठक मे कांग्रेस नेताओं को खबर तक नहीं की गई एवं चुनींदा भाजपा नेताओं के साथ ही चंद मिनटों में बैठक कर ली गई। इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण जिला अध्यक्ष अशोक पटेल (कप्तान ) द्वारा मीडिया को बताया गया कि कई बार सार्वजनिक एवं नगर हित की बैठकों में दल गत राजनीति का प्रभाव देखने को मिलता रहा है।
गुरुवार को हुई शांति समिति की बैठक भी उसी का एक उदाहरण है, वहीं नगर जनप्रतिनिधियो द्वारा नहीं चल रहा बल्कि उनके प्रतिनिधियो द्वारा चलाया जा रहा है। मौजूदा समय में थाना परिसर सहित क्षेत्र के सभी शासकीय कार्यालयों को भाजपा नेताओं ने अपना कार्यालय बनाया हुआ है।
लोकतांत्रिक परम्परा मे जहां पक्ष व विपक्ष समान अधिकार रखते है। वहीं नगर मे जनहित से जुड़े मुद्दों मे विपक्ष के नेताओं को दरकिनार कर चुनींदा लोगों से रायसुमारी कर लेना लोकतांत्रिक परम्परा पर हमला करने के बराबर ही है ।