खराब।कजलास । बिजली विभाग द्वारा बिसुखेडी गांव में बिजली बिल न भरने के कारण बिजली काट दी गई है, जिससे ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। ऐसी स्थिति आम तौर पर तब होती है जब बिजली विभाग बकाया बिलों की वसूली के लिए सख्ती करता है। कई बार विभाग पूरे गांव की बिजली काट देता है,
भले ही कुछ लोगों ने बिल जमा कर दिया हो, जो वैध कनेक्शनधारियों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। लेकिन , बिजली कंपनी को बिजली काटने से पहले नोटिस देना चाहिए, और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो यह नियमों का उल्लंघन हो सकता है। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए संभव है कि
बिजली न होने से पानी, रोशनी और बच्चों की पढ़ाई जैसी बुनियादी ज़रूरतें प्रभावित हो रही हों। बिजली पिछले 2 दिन से काटी गई हे जिससे बच्चों की पढ़ाई लिखाई और ग्रामीणों को पानी कि समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है लेकिन बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है
बिजली जब से से कटी है उसके कारण गांव के लगभग 300 परिवार परेशान है या घर प्रभावित हैं? बिसुखेड़ी गांव में बिजली बिल न भरने के कारण बिजली विभाग ने गांव की बिजली काट दी, और ग्रामीणों की फसल अभी कटी भी नहीं है, जिससे वे परेशान हैं। यह स्थिति बहुत गंभीर है
, खासकर तब जब ग्रामीणों की आजीविका फसल पर निर्भर हो और बिजली न होने से सिंचाई या अन्य जरूरी काम प्रभावित हों।ऐसा लगता है कि बिजली विभाग ने बकाया बिलों के चलते यह कदम उठाया होगा, लेकिन अगर फसल अभी कटी नहीं है
, तो ग्रामीणों के पास आय का तत्काल स्रोत भी नहीं होगा, जिससे बिल चुकाना मुश्किल हो जाता है। आगे बिजली विभाग क्या कार्यवाही करेगा यह देखना होगा।