राजगढ़

बाढ़-अतिवृष्टि के बाद उत्पन्न परिस्थितियों सेप्रभावी तरीके से निपटने वीसी के माध्यम से स्वच्छता प्रबंधन, स्वास्थ्य एवं पेयजल प्रबंधन तथा सर्वे कार्य हेतु दिए निर्देश

दूषित पेयजल का उपयोग नहीं हों ग्रामीण -शहरी क्षेत्र में कोई भी क्षेत्र क्षतिग्रस्त पुलिया अथवा मार्ग के कारण पहुंच विहीन नही रहे शुद्ध पेयजल टेंकरों के माध्यम से किया जाए प्रदाय – कलेक्टर

कबीर मिशन सामाचार/राजगढ़,

24 अगस्त, 2022,

कलेक्टर श्री हर्ष दीक्षित ने जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व, जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी का निर्देशित किया कि बाढ़ आपदा से बहते हुए वर्षा जल के साथ गंदगी, कीचड एवं जलजमाव की स्थितियां आ जाती है।

पेयजल स्त्रोत दूषित हो जाते हैं एवं मच्छर आदि पनपते हो जाते है। इसके जल जनित संक्रमण बीमारियो के फैलने की संभावना भी बढ़ती है। संबंधित क्षेत्रों में साफ-सफाई कराई जाए। नागरिकगण दूषित पेयजल का उपयोग नहीं करें, के लिए शुद्ध पेयजल टेंकरों के माध्यम से कराया जाए एवं पेयजल स्त्रोंतो का क्लोरिनेशन कराया जाए। जल भराव क्षेत्रों में मच्छर-मख्खि पन्ने नहीं हेतु आवष्यक दवा केमिकल का छिडकाव किया जाए। उन्होंने यह निर्देष बाढ़ आपदा अतिवृष्टि के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों से प्रभावी तरीके से निपटने हेतु आज आयोजित वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए संबंधितों को दिए। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि शहरी अंचलों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं ग्रामीण अंचलों में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बाढ़ के बाद पानी की निकासी एवं सफाई कार्य तत्काल कराए।

मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं पी.एच.ई. कुओं का क्लोरिनेशन तत्काल कराए। मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी जल जनित संक्रमण बीमारियों की किट तैयार कर वितरण करे। जहां आवष्यक हो षिविर लगाएं जाएं एवं नागरिकों के हेल्थ चेकअप कराए। उन्होंने निर्माण विभागों को समस्त नुकसानी का आकलन करने एवं सड़क मार्गों पर ट्रैफिक चालू कराने, अस्थाई मरम्मत कराने तथा क्षति का आकलन कर आवष्यक मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए।

उन्होंने विद्युत विभाग को विद्युत व्यवस्था बहाल कराने, विद्युत पोल एवं लाइन की मरम्मत कार्य तत्काल कराने तथा समस्त जिला अधिकारियों, निर्माण विभागों को शासकीय भवनों में हुई क्षति की जानकारी तत्काल भेजने, अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व एवं तहसीलदारों को फील्ड पर क्षति सर्वे का कार्य तत्काल प्रारंभ कराने तथा अमले को फील्ड में भेजने के निर्देष दिए।

मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी को जिन गांवो से संपर्क कटा हुआ था में स्वास्थ्य अमले को भेजकर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सुनिष्चित करने, पी.एच.ई. और जल निगम को पेयजल पाइप लाइनों में सुधार एवं तत्काल शुद्ध पेयजल सप्लाई बहाल कराने, मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी को मच्छरों को पनपें नहीं एवं बचाव हेतु आवश्यक कार्रवाई करने, पी.एच.ई., स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं पंचायत, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमले को फील्ड पर जाकर प्रत्येक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी एवं स्वास्थ्य का सर्वे कार्य कराने, दूषित जल स्त्रोत से पीने का पानी उपयोग नही लेने हेतु जनजागरूकता करने,

पंचायत एवं जल संसाधन विभाग को समस्त तालाबों का सर्वे कराने, समस्त जिला अधिकारियों को संयुक्त सर्वे आदेश में जिन-जिन कर्मचारियों के नाम है, को सर्वे कार्य में मौजूद रहने हेतु निर्देशित करने, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल परीक्षण किट कहां-कहां उपलब्ध कराई गई है, कि जानकारी संबंधित विभाग को उपलब्ध कराने तथा कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को अपने स्तर पर फसल नुकसानी का आकलन कराए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि वर्षाजल के बहाव के चलते मार्ग एवं पुलियों की क्षति के कारण भी ग्रामीण अथवा शहरी अंचल पहुंच विहीन नहीं हो। संबंधित निर्माण विभाग यातायात व्यवस्था सुचारू रखने तत्काल अस्थाई एवं वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिष्चित करें।

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