दतिया जनजातीय समुदाय के उत्थान एवं उनके समग्र विकास और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री निरंतर कटिबद्ध है। उनके नेतृत्व में जनजातीय समुदाय के लिए विभिन्न योजनाऐं, पहलें और कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है।
हमारे देश की आजादी में जनजातीय जननायको का बहुत बड़ा योगदान रहा है। विगत कुछ सालों में उन्ही अमर शहीदों और वीरांगनाओं के बलिदान और त्याग एवं शौर्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा उनकी विशाल प्रतिमाओं का अनावरण, विभिन्न स्थानों का उनके नामों पर नामकरण
और अमर शहीदों और वीरांगनाओं के नाम विभिन्न योजनाओं ओर पुरस्कार की घोषणाऐं की गई जिससे देश के हर नागरिक को हमारे गौरवशाली इतिहास का आभास हो। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं केा ध्यान में रखते हुए दतिया जिले में नवाचार के रूप में एक अनूठी पहल प्रारंभ की गयी है।
इस पहल को ‘‘जन-मन बाल स्वच्छता‘‘ अभियान का नाम दिया है। हमारे देश के प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जनजातीय समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने एवं उन्हें शत-प्रतिशत लाभांवित करने के लिए शासन प्रशासन कटिबद्ध है। जिला स्तर
पर प्रारंभ किया गया जन मन बाल स्वच्छता अभियान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सपनों को साकार करने में सहयोग करेगा।दतिया जिले में 79 जनजातीय बहुल बसाहटे है। जिनमे सहारिया जनजाति निवास करती है। आमतौर पर देखा जाता है कि वे लोग स्वच्छता एवं खानपान के प्रति उतना जागरूक नहीं होते है।
जिसके चलते छोटे बच्चे एवं बड़े विभिन्न तरह के रोगों से ग्रसित हो जाते है और बच्चों में कुपोषण की शिकायत आम हो जाती है, हिमोग्लोबिन स्तर कम पाया जाता है। इन्ही सब समस्याओं पर कलेक्टर द्वारा जिले के अधिकारियों से चर्चा की गई एवं निष्कर्ष निकाला गया कि प्रशासनिक अमला जनजातीय बहुल प्रत्येक 79 बसाहटों में जाकर वहां के लोगों से मिलेगा,
उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करेगा, बच्चों को स्वच्छता किस प्रकार रखनी है एवं जीवनशैली एवं खानपान में किस प्रकार सुधार करना है पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित हो रहे लोगो से जानकारी प्राप्त कर समीक्षा की जाएगी।
इन्ही सब बातों केा ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा ‘‘जन मन बाल स्वच्छता अभियान‘‘ की नवाचार के रूप में धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान में चयनित हसापुर गांव से शुरूआत की गई। जिसके अंतर्गत बच्चों केा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से बच्चों को नहलवाया जा रहा है। साथ ही उनके बाल भी कटवाए जा रहे है
और उनके माता पिता को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद बच्चों केा प्रोटीन युक्त दूध पिलाया जा रहा है। साथ ही फल एवं मिठाईयां बांटी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ कैंप लगाया गया जा रहा है। जिससे आदिवासी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा सके। टीबी की जांच, फाईलेरिया की जांच, हिमोग्लोबिन की जांच, कुपोषण की जांच,
गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, आयरन सीरप आदि बांटे जा रहे है। इसके बाद आदिवासी समुदाय के लोगों को बिठाकर उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है । उनसे शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी एवं उनके पटटो की जांच, जन्म प्रमाण-पत्र, आयुष्मान कार्ड, पीएम किसान रजिस्ट्रेशन से लाभांवित करवाया जा रहा है।
इसके उपरांत आदिवासी बच्चों के साथ बैठकर प्रशासनिक अमले द्वारा भोजन किया जा रहा है। जिससे आदिवासी समुदाय के लोगों में एकरूपता का भाव विकसित हो। इस अभियान को चलाकर जिले की 79 सहारिया आदिवासी बसाहटों में शिविरों का आयेाजन होगा।
जिसमें स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं शासन की विभिन्न योजनाओं की आदिवासी लोगों से जानकारी प्राप्त कर समीक्षा की जाएगी। दतिया जिले मे भी इस अनूठी पहल को प्रारंभ किया गया है जिससे आदिवासी समुदाय को मुख्यधारा से जोड़कर उनका समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा।