मध्यप्रदेश राजनीति

मध्य प्रदेश। नरोत्तम मिश्रा का पलटवार, सुनी सुनाई बातों पर बयान दे रहे AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी…

कबीर मिशन समाचार,
मध्यप्रदेश,

मध्य प्रदेश। 22/9/22, जिला जेल में मुस्लिम युवकों की जबरन दाढ़ी काटे जाने के आरोप के बाद उपजे विवाद में अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो चुकी है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मध्यप्रदेश की सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं। ओवैसी ने कहा कि मध्यप्रदेश में धारा 151 के तहत गिरफ्तार पांच युवकों की जबरन दाढ़ी हटाना हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है। दाढ़ी रखने से कोई पाकिस्तानी नहीं हो जाता, कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की दाढ़ी थी। शिवराज सरकार जेलर को निलंबित कर जेल भेजें। विविधता में विश्वास नहीं ओवैसी ने कहा कि, मध्यप्रदेश में 7% मुस्लिम आबादी है।

और जेलों में अंडर ट्रायल मुसलमान 14% हैं, मध्यप्रदेश की जेल में 56% बंदी मुसलमान हैं, यह मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण है। क्या भारत सरकार सभी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों से हट जाएगी और खुले तौर पर घोषणा करेगी कि वे धर्मनिरपेक्षता, बहुलवाद और विविधता में विश्वास नहीं करती है वहीं ओवैसी ने संविधान के आर्टिकल 25 का हवाला देते हुए आजाद भारत की बात कही। ओवैसी ने कहा कि जेलर का ये व्यवहार पूरी तरह से निंदनीय है, जेलर को निलंबित करते हुए तत्काल जेल भेजा जाए। जेलर द्वारा बदसलूकी का आरोप राजगढ़ जेल में बंद दो मुस्लिम कैदियों की दाढ़ी काटे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।

धारा 151 के तहत जेल भेजे गए वाहिद और कलीम ने जेल से छूटने के बाद शिकायत की थी। कि उनके साथ जेलर द्वारा बदसलूकी की गई, जेल के अंदर उनकी दाढ़ी जबरन काट दी गई। दोनों ही कैदियों ने लिखित शिकायत करते हुए जेलर पर गंभीर आरोप लगाए थे। बता दें कि मामला 13 सितंबर का है, जीरापुर के वार्ड 14 में रहने वाले कलीम खान को धारा 151 के तहत राजगढ़ जेल में बंद किया गया था। कलीम का आरोप है कि अगले दिन सुबह जेलर निरीक्षण करने आए तो दाढ़ी देखकर भड़क गए और जबरदस्ती दाढ़ी कटवा दी। कलीम ने दावा किया है कि जेलर ने उसे पाकिस्तानी कहा और बदसलूकी भी की।

इस पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कानून राज है, किसी को भी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोग जो अपना नाम और पहचान छुपाते हैं, वे अपराधी हैं। सुनी सुनाई बातों पर बयान दे रहे AIMIM प्रमुख कैदियों ने स्वेच्छा से कटाई थी दाढ़ी।

About The Author

Related posts