मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार एक बार फिर विवादों के घेरे में है। पहले कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान ने सुर्खियां बटोरीं, और अब उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के एक ताजा बयान ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है।उपमुख्यमंत्री जगदीश
देवड़ा ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भारतीय सेना को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “इस देश की सेना और सैनिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।” इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, इसे सेना का अपमान और
असंवैधानिक करार दिया है।विपक्ष का हमला, माफी की मांगकांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और अन्य विपक्षी नेताओं ने उपमुख्यमंत्री के बयान की कड़ी निंदा की है। AAP ने इसे “घटिया बयान” करार देते हुए देवड़ा पर कार्रवाई की मांग की है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता भूपेश बघेल ने कहा, “यह बयान सेना के शौर्य और स्वतंत्रता का अपमान है। बीजेपी का खोखला राष्ट्रवाद बार-बार बेनकाब हो रहा है।” वहीं, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने उपमुख्यमंत्री से तत्काल माफी मांगने और उन्हें पद से हटाने की मांग उठाई है।सोशल मीडिया पर
भी उबालसोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी यह मुद्दा गरमाया हुआ है। कई यूजर्स ने देवड़ा के बयान को “शर्मनाक” और “सेना के मनोबल को तोड़ने वाला” बताया। एक यूजर ने लिखा, “बीजेपी के नेता देशभक्ति की बात करते हैं, लेकिन उनके बयान सेना का अपमान करते हैं।”बीजेपी की चुप्पी, सरकार पर सवालविजय शाह के पिछले विवादास्पद
बयान के बाद भी बीजेपी नेतृत्व की चुप्पी चर्चा में थी, और अब उपमुख्यमंत्री के बयान पर भी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष ने इसे बीजेपी की सहमति के रूप में देखा है। AAP नेता विनय मिश्रा ने X पर लिखा, “बीजेपी नेताओं के बार-बार ऐसे बयान संवैधानिक
संस्थाओं का अपमान करते हैं।”पृष्ठभूमि में पहले भी विवादयह पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश सरकार के नेताओं के बयान विवाद का कारण बने हैं। हाल ही में मंत्री विजय शाह का एक बयान भी सुर्खियों में रहा था, जिसके बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला था। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है
कि बार-बार ऐसे बयानों से बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है, खासकर तब जब लोकसभा चुनाव नजदीक हैं।आगे क्या?उपमुख्यमंत्री के बयान के बाद अब सबकी नजरें बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री मोहन यादव पर टिकी हैं। क्या देवड़ा इस बयान के लिए माफी मांगेंगे, या बीजेपी कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी? यह देखना बाकी है। फिलहाल, यह विवाद मध्य प्रदेश की सियासत में एक नया तूफान खड़ा कर चुका है।