सांप घोटाले में 11 करोड़ 26 लाख रुपये का गबन।सिवनी:
मध्य प्रदेश में एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है,
जिसे ‘सांप काटने का घोटाला’ कहा जा रहा है। इस घोटाले में 11 करोड़ 26 लाख रुपये का गबन किया गया है। आरोप है कि सिवनी जिले के केवलारी तहसील में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुआवजा राशि निकाली गई।
मृत्यु के फर्जी मामले जांच में पाया गया कि द्वारका बाई नाम की एक महिला को 28 बार और रमेश नाम के व्यक्ति को 29 बार सांप काटने से मृत दिखाकर मुआवजा राशि ली गई।
इसी तरह रामकुमार को सांप के काटने से 19 बार मृत घोषित कर 38 फर्जी रिकॉर्ड के जरिए लगभग 81 लाख रुपये का गबन किया गया।जांच में 279 काल्पनिक नामों का भी पता चला है, जिनके नाम पर मुआवजा राशि ली गई। इनमें से कई नाम ऐसे हैं
जो वास्तविक नहीं हैं या जिनकी मृत्यु नहीं हुई थी।वहीं जांच अधिकारी रोहित सिंह कौशल ने बताया कि इस घोटाले में 46 लोगों की संलिप्तता पाई गई है, जिनमें चार तहसीलदार और दो बाबू भी शामिल हैं।
अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।कांग्रेस ने इस घोटाले को लेकर सरकार पर हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह घोटाला दिखाता है कि सरकार कितनी भ्रष्ट है और जनता के पैसे का कैसे दुरुपयोग किया जा रहा है।