ज्ञान पब्लिक स्कूल बानमौर जिला मुरैना में विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से विज्ञान सहयोग फाउण्डेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये डॉ. रूबी बालियाना (दिल्ली) ने अपने उदबोधन में कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है आदि काल से लेकर अब तक मनुष्य ने जितनी भी प्रगति की है वह सब विज्ञान की ही देन है। यह हम सब भली भांति जानते है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। और जैसे-जैसे मनुष्य की आवश्यकताएँ बढती जाती है। वह नऐ नऐ आविष्कार करता जा रहा है। और आगे भी करता जाएगा प्राचीन काल में असंभव समझे जाने वाले तथ्यों कार्यों को विज्ञान ने आज संभव कर दिखाया है। छोटी सी सुई से लेकर आकाश की दूरी नापते हवाई जहाज तक सभी विज्ञान की ही देन है। आगे चलकर कई ऐसे आविष्कार भी होने है जिन पर हो सकता है अभी हम को विश्वास ही ना हो विज्ञान ने वास्तव में हमे बहुत कुछ दिया है जिसके हम सदा ऋणी रहेगें।
डॉ. रूबी बालियाना ने विज्ञान मेले में चार चांद लगाते हुऐ आगे कहा कि आज इंसान ने बैलगाडी से लेकर अंतरिक्ष तक की यात्रा का सफर तय कर लिया है। विज्ञान से मानव को असीमित शक्ति प्राप्त हुई है। आज मनुष्य विज्ञान की सहायता से पक्षियों की भांति आसमान में उड़ सकता है। गहरे से गहरे पानी में सांस ले सकता है। पर्वतों को लांघ सकता है। तथा कई मीलो की दूरियों को चंद घण्टों में पार कर सकता है।
श्री पियूस गुप्ता जी निदेशक एकेडमिक ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल ने कहा कि विज्ञान वह शक्ति है जो निरंतर नए-नए आविष्कार करते रहती है। विज्ञान के साथ मानव जीवन का घनिष्ठ संबंध है। आधुनिक युग विज्ञान का युग कहा जाता है। विज्ञान ने मनुष्य को इतने सुख प्रदान किये है कि विज्ञान के बिना मनुष्य जीने की कल्पना भी नही कर सकता है। विज्ञान ने अपने आविष्कारों से समय और दूरी पर अधिकार कर लिया है। आज विज्ञान द्वारा रेल, मोटर, जलयान, वायुयान, अंतरिक्ष यान, दो चार चक्के वाले वाहन, बनाऐ जा चुके है। जिसके कारण दूरियां कम हो गई है। जिन स्थानों की यात्रा मनुष्य महीनों और वर्षों के श्रम के बाद पूरी करता था अब इन स्थानों की यात्रा घंटो और मिनटो में पूरी हो जाती है। इसके साथ ही विज्ञान ने मनुष्य को कई मनोरंजन के साधन भी प्रदान किए है।
तीन दिवसीय विज्ञान मेले में छात्र-छात्राओं ने वाद विवाद प्रतियोगिता, क्यूज प्रतियोगिता ड्रॉइंग प्रतियोगिता, रोल प्ले, नुक्कड नाटक, साइंस मॉडल प्रतियोगिताओं में भाग लिया जिसमें सभी विजयी प्रतियोगिताओं को पुरूस्कृत किया गया जिसमें साइंस मॉडल प्रतियोगिता में नीरज जाटव ने प्रथम पुरुस्कार, राहुल कौशल ने दूसरा पुरुस्कार, एवं आदित्य राजपूत ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। ड्राइंग प्रतियोगिता में रितु राजपूत ने प्रथम प्ररूस्कार प्राप्त किया व प्रशांत जाटव ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं निधि जाटव ने तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया। डिवेट प्रतियोगिता में ईशाना खॉन ने प्रथम पुरूस्कार प्राप्त किया व पल्लवी जाटव ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया
एवं अभय कुशवाह ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। क्यूज प्रतियोगिता में निशा राजोरिया ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व कमल कांत गर्ग ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया एवं मनीष शर्मा ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। नुक्कड नाटक प्रतियोगिता में शशी जाटव ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व किरण शाक्य ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं छोटू श्रीवास ने तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया। उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिताओं में सामूहिक रूप से विजयी प्रतिभागियों को पुरुस्कार एवं मेडल प्रदान किये गये । कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री मूल चन्द्र जाटव जी ने की तथा कार्यक्रम का संचालन मिस खुशबू जी ने किया कार्यक्रम में विशिष्ठ के रूप में लवली राजपूत, अजय रजक, अम्बिका एवं हेमलता जाटव उपस्थित थे।