दतिया शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाला किला चौक आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। जहां देखो वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
कब्जाधारियों ने अवैध कब्जा कर मुख्य मार्गो को बंद कर दिया है। नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता का उदाहरण है किला चौक, जबकि हमारे शहर को मिनी स्मार्ट सिटी का खिताब मिला हुआ है। अधिकारी अपने आलीशान बंगलो में और ए.सी ऑफिस में आराम फरमा रहे है। दतिया नगर पालिका इस समय गंदगी में तब्दील हो गई है नगर पालिका
अधिकारियों को अपने खुद के निजी मकान साफ दिखाई देते है उसी में अधिकारी और जनप्रतिनिधि को शहर साफ़ शहर दिखता है यह इसीलिए भी कहा जा सकता है कि दतिया शहर का जिसे हृदय कहा जाता है उसी हृदय स्थल किला चौक पर गटर का गंदा पानी रोड पर काफी दिनों से बह रहा है
माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव का आदेश किया था कि पवित्र नगरी में मीट एवं अंडे की दुकान खुले में संचालित हो रही है लेकिन नगर पालिका दतिया को कई बार सूचना देने के बाद भी सफाई नहीं हुई इसका मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि अधिकारियों की लापरवाही बढ़ती जा रही है।