By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Kabir Mission NewsKabir Mission NewsKabir Mission News
  • Home
  • देश-विदेश
    • उत्तरप्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
  • मध्यप्रदेश
    • भोपाल
    • इंदौर
    • उज्जैन
    • रीवा
    • शहडोल
    • होशंगाबाद
    • चंबल
    • जबलपुर
    • ग्वालियर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • शिक्षा
  • समाज
  • स्वास्थ
  • लेख
  • English
Search
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
Reading: तकनीक ने बदले रिश्तों के मायने.
Share
Notification Show More
Aa
Kabir Mission NewsKabir Mission News
Aa
Search
  • Home
  • देश-विदेश
    • उत्तरप्रदेश
    • पंजाब
    • छत्तीसगढ़
    • झारखंड
    • बिहार
  • मध्यप्रदेश
    • भोपाल
    • इंदौर
    • उज्जैन
    • रीवा
    • शहडोल
    • होशंगाबाद
    • चंबल
    • जबलपुर
    • ग्वालियर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • शिक्षा
  • समाज
  • स्वास्थ
  • लेख
  • English
Follow US
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
Kabir Mission News > Blog > लेख > तकनीक ने बदले रिश्तों के मायने.
लेख

तकनीक ने बदले रिश्तों के मायने.

Shubham bhilala
Last updated: 2024/11/26 at 11:04 AM
Shubham bhilala
Share
6 Min Read
SHARE

तकनीक ने बदले रिश्तों के मायने..- अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है। हर व्यक्ति के हाथ में स्मार्टफोन और हर घर में इंटरनेट की सुविधा है। टेक्नोलॉजी ने हमें कई नई सहूलियतें दी हैं, जिनके कारण हमारे कई काम सरल हो गए हैं।

चाहे दुनियाभर की खबरें हों, शिक्षा हो या रोजगार, सब कुछ एक क्लिक की दूरी पर है। लेकिन इस टेक्नोलॉजी ने हमारे बीच कुछ ऐसे अनदेखे फासले भी खड़े कर दिए हैं, जिनके बारे में हमने कभी सोचा नहीं था। परिवार में रहने वाले सदस्य पास होते हुए भी भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से दूर होते जा रहे हैं। टेक्नोलॉजी के इस युग ने अपनों के बीच दूरियां बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

पहले भले ही सुविधाओं का अभाव था लेकिन दिलों में एकता, प्रेम और अपनापन था। जैसे-जैसे सुविधाएँ बढ़ती गई हम गैरों के करीब तो आए लेकिन अपनों से ही दूर हो गए । आज हालात ये हैं कि दुनियाभर में क्या चल रहा है ये तो हमें पता है लेकिन घर में रहने वाले सदस्यों के सुख-दुःख की ही हमें खबर नहीं है।

पहले परिवारों में परंपरा थी कि घर के सभी लोग साथ समय बिताया करते थे। साथ बैठकर खाना खाते, त्यौहार मनाते इस समय घर के सभी सदस्य अपने सुख दुःख बांटते, हंसी मजाक करते थे, जिससे परिवार में आत्मीयता बढ़ती थी। लेकिन जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी ने पैर पसारे ये नजारे कल्पना बन गए ।

आज इतना समय किसी के पास नहीं कि परिवारजनों के साथ बैठ कर खाना खाए या सुख-दुःख बांटे। जो कभी गलती से परिवार के साथ बैठ भी गए, तो सामने बैठे व्यक्ति के दिल का हाल सुनने का समय नहीं है। हर कोई अपने-अपने मोबाइल में व्यस्त मिलता है।

हम टेक्नोलॉजी के जाल में इस तरह उलझते जा रहे हैं कि हमें इसका एहसास तक नहीं हो रहा। कहने को तो टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया हमारी मुट्ठी में कर दी है। दूरी शब्द का नामोनिशान ख़त्म सा हो गया है। लेकिन इस टेक्नोलॉजी का ही ये प्रभाव है कि हमें अपने करीबी या परिवारजन के जीवन की उलझनों का ही पता नहीं है।

क्योंकि वो किसी सोशल मिडिया साइट पर उपलब्ध नहीं है। टेक्नोलॉजी की दीवानगी इतनी है कि चाहे कैसे भी माहौल में बैठे हो, पास बैठा व्यक्ति चाहे कितनी भी जरुरी बात बता रहा हो। मोबाइल का एक नोटिफिकेशन ध्यान भटकानेसब कनेक्टेड के लिए काफी है।

फिर ना माहौल की संजीदगी का ध्यान रहता है ना सामने बैठे व्यक्ति के बात की महत्वता रहती है। हर कोई अपनी आभासी दुनिया में खोया हुआ है। ये स्थितियां साफ बताती हैं कि टेक्नोलॉजी पास ला रही हो या नहीं लेकिन दूरियां जरुर बढ़ा रही है।

ये दूरियां अकेलापन पैदा कर रही है। अकेलापन अन्य समस्याओं का कारण बन रहा है। हर कोई अपनी दुनिया में ही लगा हुआ है। कहने को भले ही सब कनेक्टेड हैं, लेकिन असल में किसी को किसी से कोई मतलब नहीं।

त्यौहार, मंगल कार्य, और ख़ुशी के मौके अब अनजान लोगों के लाइक और कमेन्ट के मोहताज हो गए हैं। पर अपनों की सहमती की अब आवश्यकता नहीं रही। वैसे तो टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है, लेकिन यह हमें अपनों से दूर भी कर सकता है।

इस दौर में हमें जरूरत है कि हम अपनी प्राथमिकताएं तय करें और आभासी और वास्तविक दुनिया के बीच में संतुलन बना के चलें। जहाँ मौका मिले वहाँ अपनों के साथ समय बिताने का अवसर न छोड़ें। त्यौहारों और खास मौकों पर मोबाइल से ज्यादा महत्व परिवार को दें।

आखिर टेक्नोलॉजी कितनी ही उन्नत हो जाए अपनों के साथ बैठकर बातें करने, उनके सुख-दुख में सहभागी बनने में जो सुख है उसकी बात ही अलग है। अगर हम संतुलन बनाकर चलें, तो टेक्नोलॉजी का लाभ भी उठा सकते हैं और रिश्तों की मिठास भी बरकरार रख सकते हैं।

यह भी जाने – बागेश्वर धाम की आगामी कथा : NEW UPDATE सनातन हिन्दू एकता पद यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा रामराजा सरकार तक 21- 29 नवंबर 2024 के बीच निकाली जायेगी !

यह भी पढ़ें – SBI Recruitment 2024 : SBI बैंक में Assistant Manager Engineer Specialist Officer की नई भर्ती देखें Eligibility, official website and how to apply

यह भी पढ़ें – PM Surya Ghar Yojana : पीआईबी रिपोर्ट के मुताबिक़ PM Surya Ghar Free Electricity Scheme के तहत अब तक 1.30 करोड़ लोगों ने करवाया रजिस्‍ट्रेशन,जाने क्या हैं इसके लाभ !

यह भी जाने – PM Kusum Yojana 2024 : पीएम कुसुम योजना के तहत 35 लाख किसानो को मिलेगा लाभ,सरकार दे रही सोलर सिंचाई पंप लगवाने हेतु 90%सब्सिडी,official website, online registration form यहां से भरें !

You Might Also Like

रमाबाई को डाॅ. आंबेडकर का दिल छू लेने वाला ऐतिहासिक पत्र.

होली और जुम्मे की नमाज़ पर होगी सौहार्द की परीक्षा

मोदी के बाद कौन? –

जश्न-ए-अदब साहित्य उत्सव का भव्य समापन

गरीबी: स्थिति या मानसिक सोच? –

Shubham bhilala November 26, 2024 November 26, 2024
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn Telegram Copy Link
Share
Previous Article ग्यारह कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी।
Next Article परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 हेतु संस्था प्रधानों का हुआ उन्मुखीकरण।

Stay Connected

235.3k Followers Like
69.1k Followers Follow
56.4k Followers Follow
136k Subscribers Subscribe

Latest News

जल संसाधन विभाग द्वारा सोनकच्छ के ग्राम लकुमड़ी के तालाब से हटाया अतिक्रमण
सोनकच्छ June 24, 2025
आकस्मिक वाहन चेकिंग के दौरान अवैध हथियार लेकर मो.सा. से घूम रहे आदतन अपराधी को थाना जिगना पुलिस ने किया गिरफ्तार।
दतिया June 23, 2025
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री दतिया पहुंचे।प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी दतिया पहुंचे
दतिया June 23, 2025
लापता 12 वर्षीय बालक को 24 घंटे में सकुशल दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा
विदिशा June 22, 2025
//

Kabir Mission is a news platform that provides updates on various topics, including local and national news, social issues, and cultural events. The website features articles, opinion pieces, and reports aimed at keeping the community informed and engaged.

Follow

Subscribe to notifications
Kabir Mission NewsKabir Mission News
Follow US
© 2024 Kabir Mission News. All Rights Reserved.
  • Privacy
  • Advertisement
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?