उज्जैन धार मध्यप्रदेश

आदिवासी समाज और आदिवासी छात्र संगठन ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी

कबीर मिशन संवाददाता

उज्जैन – देश भर में भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनाई गई। वही उज्जैन जिले में आदिवासी समाज और आदिवासी छात्र संगठन द्वारा नानाखेड़ा छात्रावास परिसर में मनाई गई । कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण पश्चात दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

भगवान बिरसा मुंडा के विचारों का उद्बोधन देकर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए। उनके मार्गदर्शन पर चलने की बात कही ,साथ ही कहा कि इस प्रकार भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ कर देश की आजादी में अहम योगदान दिया। अनाचार व अत्याचारों के विरुद्ध अपने प्रारम्भिक जीवन से ही स्वयं को खड़े रखने की सामर्थ्य रखने वाला आदिवासी समाज आज शिक्षा व कृषि जैसे क्षेत्रों में अग्रसर हो रहा है। अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष से कभी दूरी न बनाए तथा अधिकारों को पाने व प्राप्त करने के लिए सदैव जागरूक रहें।

इस अवसर आदिवासी समाज ओर आदिवासी छात्र संगठन ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी उज्जैन – देश भर में भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनाई गई। वही उज्जैन जिले में आदिवासी समाज और आदिवासी छात्र संगठन द्वारा नानाखेड़ा छात्रावास परिसर में मनाई गई । कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण पश्चात दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। भगवान बिरसा मुंडा के विचारों का उद्बोधन देकर उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए। उनके मार्गदर्शन पर चलने की बात कही ,साथ ही कहा कि इस प्रकार भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ कर देश की आजादी में अहम योगदान दिया। अनाचार व अत्याचारों के विरुद्ध अपने प्रारम्भिक जीवन से ही स्वयं को खड़े रखने की सामर्थ्य रखने वाला आदिवासी समाज आज शिक्षा व कृषि जैसे क्षेत्रों में अग्रसर हो रहा है। अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष से कभी दूरी न बनाए तथा अधिकारों को पाने व प्राप्त करने के लिए सदैव जागरूक रहें। इस अवसर  एडीएम श्री संतोष टैगोर ने कहा की शिक्षा स्तर को ओर बेहतर बनाने के लिए शिक्षा में सुधार करने व प्रतियोगिता परीक्षा के बारे में संछिप्त जानकारी देकर छात्रों आगे की शिक्षा स्तर को बताया और कहा कि, हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है । आदिवासी समाज परिश्रम के लिए जाना जाता है और  संघर्ष के कठिन रास्ते पर चलकर आज समाज का युवा विकास प्रगति और उन्नति की नई ईबारत लिख रहा है । कार्यक्रम का संचालन कमल बर्मन ओर सहायक प्राध्यापक डॉ. कैलाश चौहान ने किया । आभार छात्रावास अधीक्षक डॉ श्री राजेश साहू ने माना एसीएस के कार्यकारी अध्यक्ष विकास बामणिया ओर कार्यकारी उपाध्यक्ष तड़क सिंह किराड़े व कमल तड़वाल , कविता निनामा , सुमित्रा डामोर आदि छात्रों ने उद्बोधन देकर भगवान बिरसा मुंडा पर विचार रखे । उक्त जानकारी आदिवासी छात्र संगठन के जिला अध्यक्ष मोहन मोरी ने दी।

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