खरगोन

एकमत होकर जान से मारने की नियत से दबंगों ने अनुसूचित जाति के लोगों के साथ की मारपीट।

एकमत होकर जान से मारने की नियत से दबंगों ने अनुसूचित जाति के लोगों के साथ की मारपीट।

महिला के साथ परिजनों को भी पीटा, ओर कारवाही की जाने पर जान से मरने की धमकी भी दी व जातिसूचक शब्दो से किया अपमानित।कबीर मिशन समाचार खरगोन जिला ब्यूरो विशाल भमोरिया।खरगोन। जिला मुख्यालय की महेश्वर तहसील के ग्राम धरगांव में अनुसूचित जाति के एक ही परिवार के 4 लोगो के साथ मारपीट कर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है घटना में घायल चारों लोगो को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय खरगोन ले गए वहा से उन्हें इंदौर रेफर करने के लिए कहा गया वही घायलों में पत्नी समेत पति और पुत्र पर पथर लाठियों से जानलेवा हमला किया वही भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी जिला अध्यक्ष सुनील चौहान ने आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई तो आंदोलन की चेतावनी दी है। ओर एसपी महोदय से क्रास रिपोर्ट नही दर्ज करने की मांग की गई। उक्त घटना शनिवार दोपहर 1: 30 बजे की है, जहा पीड़ित महिला अपने ड्यूटी कार्य से घर लौट रही थी, रास्ते में पीछे से आ रहे बाइक युवकों ने महिला को टक्कर मार कर गिरा दिया था। जिससे बाइक सवार को भी चोट लगी, इतने में मामला इतना बड़ा की लोगो की भीड़ जमा हो गई और अनुसूचित जाति की महिला के साथ धरगांव के कुछ दबंगो के द्वारा महिला से छेड़छाड़ व गाली गलौज करने लगे, तथा महिला द्वारा घटना की जानकारी अपने पति को दी गई, ओर 100 डायल को भी सूचित किया गया मगर 1 घंटे तक 100 डायल पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, ओर मामला इतना बड़ा की महिला के पति व बैठे को जान से मरने पर उतारू हो गए दबंग लोग, जैसे तैसे पीड़ित बीच बचाव कर वहा से निकले और कारवाही के लिए थाने पर पहुंचे। इस घटना से यह अवगत होता है कि भारत मे आज भी प्रशासन स्वर्ण वर्ग के दबाव में कार्य करता है और मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है फिर भी एससी एसटी को अपना अधिकार नहीं मिल रहा है और स्वर्ण वर्ग आज भी उनके ऊपर अपना दबाव बनाकर उनको अपना गुलाम बनाकर रखना चाहते हैं ऐसी घटनाएं भारत में हर रोज होती है। ऐसे आरोपियों को सख्त से सख्त कारवाही करके भारतीय दंड संहिता के द्वारा तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम याद दिला कर न्याय दिलाया जाए। पीड़ित रविवार को सुबह से थाने पर कारवाही के लिए बैठा था मगर कोई भी कारवाही नहीं की गई तब पीड़ित के साथ 22 जनवरी को भीम आर्मी व समाजजन मंडलेश्वर थाने पर पहुंचे और पीड़ित के लिए न्याय की मांग की गई। थाने पर भीम आर्मी व समाजजन देर शाम तक बैठे रहे तब पुलिस प्रशासन द्वारा 5 : 30 बजे 294, 323, 506, 34 ओर एट्रोसिटी एक्ट के तहत निम्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

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