शाजापुर जिला अस्पताल में पहली बार किसी बच्चे के गले से सिक्का निकालने की प्रक्रिया की गई। यह सब संभव हो सका डॉक्टर तेजपाल सिंह की वजह से। उन्होंने समय रहते बच्चे को नया जीवनदान दिया।
शाजापुर के महूपुरा निवासी 5 वर्षीय हुसैन ने खेल-खेल में 10 रुपए का सिक्का निगल लिया और यह सिक्का बच्चे के गले में जाकर फंस गया, जिससे उसका दम घुटने लगा। बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ता देख परिजन तुरंत पास के निजी अस्पताल ले गए।
, लेकिन वहां मना कर दिया गया। अन्य निजी अस्पतालों में भटकने के बाद परिजन शासकीय जिला अस्पताल पहुंचे। वहां मौजूद नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तेजपाल सिंह जादौन ने तुरंत ही बच्चे का उपचार शुरू किया। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद हुसैन के गले से सिक्का निकालकर उसकी जान बचाई।
परिजनों ने डॉक्टर का आभार व्यक्त किया। मामले में डॉक्टर तेजपाल सिंह जादौन का कहना है कि समय रहते बच्चे के गले से सिक्का नहीं निकाला जाता तो उसकी जान को खतरा हो सकता था।शाजापुर जिला अस्पताल के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तेजपाल सिंह जादौन इन दिनों
मरीजों के लिए देवदूत बने हुए हैं। इसके पहले चाइनीज मांझे गंभीर रूप से गला कटने पर अस्पताल लाए गए डांसीपुरा निवासी युवक के गले का ऑपरेशन कर उसे नया जीवनदान दिया था। इसी तरह अन्य वृद्ध को सांस लेने में आ रही दिक्कत का उन्होंने ऑपरेशन कर समाधान किया था।