माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की 131 वीं जयंती के अवसर पर दो दिविसीय भव्य कार्यक्रम आयोजन होगा।
इस बार 131 वीं जयंती की पूर्व बेला में भव्य आयोजन के क्रम में 13 अप्रैल को दोपहर चार बजें प्रोफ़ेसर खेमसिंह डहेरिया, कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्विद्यालय के द्वारा बाबा साहब का शिक्षा दर्शन विषय पर अपना व्याख्यान देंगे।
इस व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रोफेसर के. जी. सुरेश करेंगे और दुसरे दिन 14 अप्रैल सुबह साड़े दस बजें विश्वविध्यालय के संविधान पार्क में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन होगा।
इस आयोजन अवसर पर विश्वविध्यालय के अनुसूचित जाती, अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ट के सयोंजक प्रोफ़ेसर प्रदीप डहेरिया ने आज एक बैठक में पूर्व तैयारियों का ब्यौरा आयोजन मंडल के सदस्यों के साथ लिया।
इस अवसर पर प्रोफेसर डहेरिया ने बताया कि संविधान निर्माता के तौर पर प्रसिद्ध बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती हर साल 14 अप्रैल के दिन देश विदेश में मनाई जाती है। डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। वे सार्वभौमिक व्यक्ति हैं। उन पर सभी समुदायों का बराबर अधिकार है।
और सभी को उन पर अधिकार जमाना भी चाहिए। उनका पूरा जीवन संघर्षरत रहा है। उन्होंने भारत की आजादी के बाद देश के संविधान के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया। बाबा साहेब ने हाशिये के कमजोर और पिछड़े वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया।
डॉ. अंबेडकर सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत और समतामूलक समाज के निर्माणकर्ता हैं। अंबेडकर समाज के कमजोर, मजदूर, महिलाओं और उपेक्षित वर्ग को शिक्षा के जरिए सशक्त बनाना चाहते थे। इसी कारण डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को भारत में समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर आज बैठक में डॉक्टर अरुण खोबरे, ज्ञानशेवर ढोके, विवेक शाक्य, डॉक्टर गजेंद्र सिंह आवस्या, डॉक्टर कलीराम इवने, सुमन गजभिये, हेमा, अरुण अहिरवार, पुरोषत्तम धनमेरिया, संदीप राजावत, सुमन बर्डे, मनीषा, कविता चौहान, अशोक मरावी, मीना चौहान और विजय उइके आदि उपस्थित रहे।
सयोंजक प्रोफ़ेसर प्रदीप डहेरिया ने बताया कि इस आयोजन में माखनलाल यूनिवर्सिटी के भोपाल कैंपस, दतिया कैंपस, रीवा कैंपस, खण्डवा कैंपस के प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारियों, विद्यार्थियों के साथ, विश्वविध्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थी, शहर के विशिष्ट नागरिकों सहित विभिन्न मीडिया समूह के पत्रकार और मीडिया अध्येता उपस्थित रहेंगे।