शिवराम के जीवन में 4 बकरियों से आयी खुशहाली फिर बदला नजरिया
कसरावद। बून्द-बून्द से ही घड़ा भरता है। यह कहावत कसरावद जनपद के बाजिटपुरा के शिवराम सिसोदिया पर बिल्कुल फिट बैठती है। वर्षाे से शिवराम का सपना था कि वो बकरी पालन करें। इसके लिए उन्होंने बार बार कोशिश की लेकिन सम्भव नहीं हो पाया तब एक साथ 4 बकरियां खरीद कर ले आया। इसके बाद शिवराम के जीवन में धीरे-धीरे खुशहाली आने लगी।
पहले वर्ष में उन्होंने 3.50 लाख के बकरे बेंचे। इसके अगले वर्ष 1.75 लाख और फिर 95 हजार के बकरे बेंचे। आज भी शिवराम बकरियों को चराने का अपने शौक को पूरा कर रहे है। उनके पास अभी 80 बकरियां है। बकरी पालन के बाद शिवराम उन्नत खेती के सपने देखने लगा।