कबीर मिशन सामाचार अनिल मांदलिया रतलाम
आलोट से 10 किलोमीटर दूर से सिपावरा गांव के पास में दीपेश्वर महादेव का अति प्राचीन मंदिर है महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर यहां पर भारी भीड़ श्रद्धालु की लगी जहां पर त्रिवेणी संगम और 99 नदियों का मिलन होता है।
यहां लोग दूर-दूर से भगवान दीपेश्वर महादेव के दर्शन करने आते हैं ऐसा माना जाता है कि जब भगवान भस्मासुर से बचने के लिए यहां आ कर दीपक के अंदर छुप गए जब भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी भगवान शिव को दीपक लेकर ढूंढ रहे थे।
तब भगवान शिव यहां आकर मिले जिसके बाद भगवान शिव ने ब्रह्मा ने महादेव का आशीर्वाद दिया और कहां की आज से आप यहीं पर रहो और ऐसा माना जाता है कि भारत में हरिद्वार के बाद यहां पर अस्थियां विसर्जित की जाती है।