बंटी गर्ग पत्रकार भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने बहनों से अपनी कलाई पर बधंबाया रक्षा सूत्र और बहनों को दंडवत प्रणाम कर लिया आशीर्वाद भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाहा का यह यह कार्यक्रम कुछ लोगों को राज नहीं आया मंच से भिंड विधायक जी के पिता पूर्व सांसद डॉ रामलखन जी नेमंच से अपने बेटे कहा बेटा यह दुनिया बड़ी चंचल है यहां कुछ करो तभी कुछ कहती हैन करों तभी कुछ कहती हैं तब उन्होंने अपने बेटे को एक कहानी सुनाइए एक बार एक गांव से पिता और बेटा कहीं जा रहे थे उनके पास एक घोड़ा था बेटे ने अपने पिता को उस घोड़े पर बिठा दिया
और खुद पैदल चलने लगा जब वह गांव से गुजरा गांव के कुछ लोग कहने लगे कितना निर्दयई पिता है जो खुद तो घोड़े पर बैठा है और बेटे को पैदल चलवा रहा गांव निकालने के बाद पिता ने बेटे से कहा घोड़ा रोक दो पिता घोड़े से उतर जाता है उसके बाद घोड़े पर बेटे को बिट्ठल देता है जब वह चलने लगता है फिर उसको एक गांव में पहुंचता है गांव के पास खड़े कुछ लोग कहते हैं यह लड़का कितना निर्दयई है खुद बैठा है और वृद्ध पिता को पैदल चला रहा है गांव निकालने के बाद पिता और बेटा दोनों कुछ घोड़े पर बैठ गए कुछ दूर चलने के बाद कुछ लोग मिले लोग कहते हैं इतने निर्दयई है घोड़े की जान निकली जा रही है यह दोनों लोग घोड़े के ऊपर बैठे हुए हैं तब जाकर पिता और बेटा पूछते हैं मैंने सब कुछ किया तो लोग फिर भी हमारे ऊपर आरोप लगाते जा रहे है फिर मैंने अपने बेटे से कहा बेटा यह जमाना है।
इसमें तरह-तरह के लोग रहते हैं तरह-तरह की बातें करेंगे तुम उन पर ध्यान नहीं देना तुम तो अपनी ऊंचाइयों को छूते रहना है इसीलिए कहा है जो लोग अंगूरों तक नहीं पहुंच पाते हैं फिर कहते हैं कि अंगूर खट्टे हैं संजू भैया आप कार्यक्रम करते रहो लोग जलेंगे व जलते रहेंगे आपका काम सराहनी है लोगों के प्रति आपके दिल में अटूट प्रेम है प्रेम को बरकरार रखना यह आप और हमारी प्रेरणा नहीं यह ईश्वर की प्रेरणा है आपके हाथों से ईश्वर दिलवा रहा है आप पर ईश्वर मेहरबान है।