पवन सावले
कबीर मिशन समाचार
मुंहबोली बहना बताया था सभी को, फिर भी करता था एकतरफा प्यार…….इसी दिवानगी के चलते पति की कर दी हत्या
धार। जिले के अमझेरा थाने में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां पर एक सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार में एक व्यक्ति की हत्या कर दी। इस हत्या को छुपाने के लिए आरोपी ने इसे एक्सीडेंट का रूप देने का प्रयास किया। लेकिन जब मामले की जांच पुलिस ने शुरू की और गुत्थी को सुलझाना शुरू किया तो पूरा खुलासा किया। इसके बाद हत्यारे आशिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साथ ही हत्या का केस दर्ज किया गया है।
इस हादसे की जांच के लिए अमझेरा टीआई संजय सिंह बैस ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एसआई जूली अमलीयार, प्रधान आरक्षक कैलाश कटारा, रामकृष्ण गामड़, आरक्षक रामगोपाल बैरागी, जयेंद्र जादौन की टीम गठित की। प्रकरण की जांच में पता चला कि 13 दिसंबर को मृतक राधेश्याम सरगरा, पत्नी भावना व अंकुश पंवार का धार की घोड़ा चौपाटी में झगड़ा हुआ था। इस संबंध में दोनों पक्षों की काउंसलिंग नौगांव थाने पर की गई थी। मृतक राधेश्याम ने काउंसलिंग में वादा किया कि अब वह पत्नी भावना को परेशानी नहीं करेगा और न ही मिलेगा।
घटना के एक दिन पहले काउंसलिंग
इस काउंसलिंग के कुछ ही घंटों के बाद मृतक राधेश्याम सरगरा अमझेरा में पत्नी के घर पहुंच गया और उसके साथ मारपीट व झगड़ा करने लगा। इस बात की जानकारी जब आरोपी अंकुश पंवार को लगी तो वह खुद आग बबूला हो गया और अपनी कार क्रमांक एमपी-09-जेडएस-5357 तेजी से चलाकर अमझेरा के लिए निकला। पुलिस के अनुसार आरोपी अंकुश जैस ही राजपुरा के पास नालापुरा पहुंचा तो सामने से मृतक राधेश्याम आते हुए दिखा, जिसे देखकर गुस्से में जान से मारने की नीयत से आरोपी अंकुश ने अपनी कार राधेश्याम सरगरा पर चढ़ा दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे के बाद करने लगा गुमराह
इस हादसे के बाद आसपास के लोग भी मौके पर पहुुंच गए। यह देख आरोपी लोगों को गुमराह करने लगा। अंकुश ने हादसे का कारण कुत्ते से एक्सीडेंट होने की बात कही। फिर मौका पाकर मृतक राधेश्याम सरगरा को घायल हालत में छोड़कर मौके से फरार हो गया। इसके बाद लोगों ने 108 की मदद से अस्पताल पहुंचाया। जहां से इलाज के लिए घायल राधेश्याम को इंदौर रेफर कर दिया गया। लेकिन चोट गंभीर होने के कारण राधेश्याम की 16 दिसंबर को मौत हो गई।
पति ने पढ़ाकर बनाया था काबिल
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि मृतक राधेश्याम सरगरा ने करीब 3 साल पहले भावना से शादी की थी। दोनों का एक बच्चा भी है। राधेश्याम राजस्थान के राजसमद का रहने वाला है और पत्नी मंदसौर की निवासी है। दोनों ने प्रेम प्रसंग के बाद शादी की थी। मृतक राधेश्याम फोटोग्राफी करता था, जिससे आमदानी कम थी। इसलिए मृतक राधेश्याम ने पत्नी को पढ़ाया और नर्सिंग कोर्स करवाया। इसके बाद पत्नी की सरकारी नौकरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लग गई। दोनों एक साल पहले ही अमझेरा आए थे।
पहले बहन को फंसाया, फिर पत्नी पर डाले डोरे
पुलिस की माने तो मृतक राधेश्याम की दोस्ती आरोपी अंकुश पंवार निवासी अमझेरा से हुई। अंकुश भी फोटोग्राफी करता था। इसलिए अंकुश का राधेश्याम के घर आना-जाना था। इसलिए आरोपी अंकुश ने भावना को मुंहबोली बहन बनाया। इस बीच मंदसौर से भावना की बहन अमझेरा आती-जाती थी, जिसे आरोपी अंकुश ने प्रेमजाल में फंसा लिया। लेकिन उनका यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चल पाया। इसके बाद अंकुश और भावना की बातचीत बढ़ने लगी। जिससे पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया। मारपीट के बाद पत्नी भावना ने राधेश्याम को पुलिस सूचना कर थाने पहुंचा दिया था। इस घटना के बाद राधेश्याम राजस्थान चला गया। पुलिस ने हत्याकांड के बाद पत्नी भावना के भी बयान लिए। लेकिन उसने भी रक्षाबंधन का हवाला देते बात से किनारा कर लिया।
इनका रहा सहयोग
इस हत्याकांड के खुलासे में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बाकलवार व एसडीओपी आशुतोष पटेल के निर्देशन में थाना प्रभारी संजय सिंह बैस के नेतृत्व में एसआई जुली अमलीयार, प्रधान आरक्षक कैलाश कटारा, रामकृष्ण गामड़, आरक्षक रामगोपाल बैरागी, जयेंद्र जादौन व राजा सेन का सराहनीय योगदान रहा।
यह है मामला
दरअसल 14 दिसंबर को रात 1.30 बजे अमझेरा-मांगोद रोड नालापुरा पुलिया के पास एक सड़क दुर्घटना हुई थी। अज्ञात वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति को गंभीर चोट आई थी। इस घटना में मृतक राधेश्याम सरगरा को गंभीर चोट आई थी। जिसकी 16 दिसंबर को इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई। यह पूरा मामला एक्सीडेंट के तौर पर दिखाने का प्रयास किया गया। लेकिन जांच हुई तो यह पूरा केस हत्याकांड में बदल गया