दतिया से विकास वर्मा की रिपोर्ट।
भिक्षावृत्ति से मुक्त कर रोजगार के साधन तथा पुनर्वास कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा दतिया जिले में भीख मांगने वाले व्यक्तियों अथवा भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु सर्वे, पहचान मोबलाईजेशन पुनर्वास और आजीविका तथा भिक्षा मांगने वाले के लिए व्यक्तियों केा नियोजित करने या उनसे भिक्षा मंगवाने या भिक्षा मांगने वाले के प्रयोजनों हेतु जिनका उपयोग करने वाले व्यक्तियों पर कार्यवाही कर भिक्षावृत्ति मुक्त जिला किया जाना है।मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं प्र. उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण कमलेश कुमार भार्गव ने जानकारी देते हुए बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश एवं जिले को भिक्षा मुक्त बनाने हेतु केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन मंदिर ट्रस्ट शहरी स्थानीय निकाय एवं विभिन्न हितधारकों के साथ समन्वित कार्यवाही कर भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों को आश्रय, भोजन, कपड़े, विस्तर, चिकित्सा सुविधायें, परामर्श और शिक्षा जैसी बुनियादी सेवाएं उपलब्ध कराई जाकर उन्हें कौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाकर भिक्षावृत्ति से मुक्त कर रोजगार के *साधन तथा पुनर्वास कर समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।
भिक्षावृत्ति मुक्त जिला बनाने हेतु जिला नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत ट्राफिक चौराहों, सड़क धार्मिक स्थान, ऐतिहासिक स्थल, पर्यटन *स्थल, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड़ एवं अन्य सार्वजनिक भिक्षावृत्ति स्थानों के हॉटस्पॉट का चिन्हांकन तथा भिक्षावृत्ति करने वाले व्यक्तियों का सर्वे ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक को नियुक्त करते हुए एडीईओ, पीसीओ को सेक्टर व ग्राम पंचायतों हेतु नोडल बनाया जायेगा एवं शहरी क्षेत्र में वार्ड प्रभारी एवं अन्य कर्मचारियों के माध्यम से निर्धारित प्रपत्र में सर्वे प्राथमिकता के आधार पर कराया जाकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दतिया, सेवढ़ा, भाण्ड़ेर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी *दतिया, सेवढ़ा, भाण्ड़ेर, इन्दरगढ़, बड़ौनी निर्धारित प्रपत्र में जानकारी 10 दिवस के भीतर कार्यालय उपसंचालक सामाजिक न्याय दतिया का प्रस्तुत करेंगे।