दतिया से विकास वर्मा की रिपोर्ट।
ग्राम वरगांय में हुई बांस की खेती पर कार्यशाला दतिया किसानों को परंपरागत खेती से जुड़ी बांस की खेती को अपनाने पर विचार करना चाहिए। यह विचार सेंवढ़ा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक घनश्याम सिंह ने ग्राम वरगांय में बांस की खेती पर आयोजित पाठशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन जयपुर के एनजीओ द्वारा किया गया।
सिंह ने बांस की खेती के संबंध में विस्तार से बताते हुए बांस की उपयोगिता भी बताई। उन्होंने कहा कि बांस एक बार लगाने के बाद फसल के 4 साल इंतजार करना पड़ता हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोवल वार्मिंग की वजह से पर्यावरण प्रदूषित हो गया हैं। जिससे लगातार टेम्परेचर बढ़ रहा है। पर्यावरण को कीटनाशकों के ज्यादा प्रयोग, उधोगों का केमिकल वेस्ट, एअरकंडीशनर का बेजा उपयोग तथा धुंआ उगलते वाहनों से ज्यादा नुकसान हुआ है। हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए भी जागरूक होना पड़ेगा।आज पूरे देश को हरियाली से आच्छादित करने, पन बिजली और सौर ऊर्जा को अपनाने के लिए व्यापक अभियान छेड़ने की आवश्यकता है।