बिजली की आंख-मिचौली व बार-बार फाल्ट होने से लोगो ने परेशान होकर किया धरना।
जिला ब्यूरो चीफ योगेश गोविन्द राव कबीर मिशन समाचार पत्र कुशीनगर उत्तर प्रदेश।
कुशीनगर में शनिवार को रामकोला नगर पंचायत के वार्ड नंबर 2 उरदहा और बैरिया में गर्मी का मौसम में बिजली से लोगों को परेशानी हो रही है। बिजली उप केंद्र में ट्रांसफार्मर के वजह से कई ट्रांसफार्मर में ओवरलोडिंग से
विद्युत की आंखमिचौली, बार होने वाले फाल्ट और महीने में चार बार ट्रांसफार्मर जलने से आजिज बैरिया गांव के उपभोक्ताओं ने रामकोला विद्युत उपकेंद्र पर धरना देकर प्रदर्शन किए। ऐसी ही दुर्व्यवस्था के कारण महीने भर से अंधेरे में रहने वाले उरदहा के उपभोक्ताओं ने भी व्यवस्था सुधार की मांग के लिए उपकेंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया। धरनारत सभी उपभोक्ताओं ने अपने क्षेत्र के लाइनमैन पर अवैध रूप से रुपये वसूलने के आरोप लगाया।
उमस भरी बेतहाशा गर्मी की मार झेलने में एकमात्र सहायक बिजली की आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो जाने से आजिज बैरिया और उरदहा गांव के ग्रामीण शनिवार को रामकोला उपकेंद्र पर पहुंचकर जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किए। चिलचिलाती धूप में उपभोक्ता उपकेंद्र के मुख्य भवन के सामने धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे बैरिया के उपभोक्ताओं का कहना था कि उनके टोले का ट्रांसफार्मर की क्षमता कम कर दी गई है जबकि कनेक्शन काफी अधिक है। उपभोक्ताओं का आरोप था कि उनके टोले पर पहले 16 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा था जब जल गया तो उसकी जगह 10 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा दिया गया। इस कारण उनके टोले का ट्रांसफार्मर एक महीने में चार बार जल चुका है। बीच मे तार टूट गया जेई ने लाइनमैन को तार लेकर भेज तो लाइनमैन ने तार बदलने के लिए भी रुपये वसूले।
इतना ही नहीं हर बार ट्रांसफार्मर बदलने में 5 से 6 हजार रुपये उन्हें चंदा लगाकर देना पड़ता है। उपभोक्ताओं का आरोप था कि बिना 300 से 500 रुपये लिए कोई भी लाइनमैन फाल्ट नहीं ठीक करता है। उपभोक्ताओं के उपकेंद्र पर पहुंचने के बाद सभी अधिकारी गायब हो गए। एक उपभोक्ता ने बताया कि जेई साहब से बात हुई है और 2 बजे तक आने के लिए कहे हैं। धरनारत उपभोक्ताओं की मांग थी कि जबतक जेई मौके पर नहीं आते उनका धरना जारी रहेगा। वहीं उरदहा के उपभोक्ताओं का आरोप था कि उनके टोले पर एक माह से आपूर्ति ही नहीं जा रही है। अंधेरे में रहने को विवश लोगों ने खूब खरी खोटी सुनाई और हर हाल में आज ही आपूर्ति बहाल कराने की जिद पर अड़े हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक बिजली विभाग का कोई अधिकारी या जेई नहीं पहुंचे थे और उपभोक्ता धरने पर बैठकर इंतजार करते-करते वहां बिजली विभाग के प्राइवेट कर्मचारी को ज्ञापन देकर चले गए।