कबीर मिशन समाचार सीहोर
अनिल परमार/आष्टा। श्री दिगंबर जैन समाज का दसलक्षण महापर्व पर्यूषण के समापन अवसर पर समाजजनों द्वारा एकम का जलयात्रा जुलूस निकाला। उक्त जुलूस किला स्थित दिगंबर मंदिर में विराजित मुनिश्री के सानिध्य में किला मंदिर से प्रारंभ हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पुनः किला मंदिर पहुंचा। दिगंबर जैन समाज द्वारा निकाले गए एकम के जुलूस का सुभाष चौक चार बत्ती चौराहा पर नगरपालिका द्वारा मंच बनाकर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के उपस्थिति में दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष आनंद पोरवाल, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र गंगवाल, दिलीप सेठी, गोपी सेठी, धनरूपमल जैन, मुकेश बड़जात्या, कैलाश जैन चित्रलोक, कोमल जैन, यतेन्द्र श्रीमोड़, दीपक जैन, कंचन, पल्लव प्रगति, शरद जैन, पवन जैन सहित अन्य समाज के वरिष्ठजनों का मोती की माला व दुपट्टा डालकर स्वागत सम्मान किया।
जुलूस में श्राविकाएं व श्रावकगण विभिन्न संगठनों की गणवेश में चल रहे थे, वहीं स्वर्णवेदी में भगवान विराजित थे। साथ ही मुनिश्री ससंघ जुलूस की शोभा बढ़ा रहे थे। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने मुनिश्री से आशीर्वाद प्राप्त कर उनका स्वागत वंदन किया। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि जिस प्रकार से व्यापार-व्यवसाय में जैन समाज अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वाहन करता है, उसी प्रकार धार्मिक क्रियाओं में भी समाज सबसे आगे है। दस दिवसीय दसलक्षण महापर्व के दौरान समाजजन कठीन तप-त्याग कर प्रभु की आराधना में लीन रहते है।
श्री मेवाड़ा ने कहा कि दसलक्षण महापर्व महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत ‘अहिंसा परमो धर्म’ एवं ‘जियो और जीने दो’ की राह पर चलना सिखाता है तथा मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है। श्री मेवाड़ा ने सभी समाजजनों से उत्तमक्षमा भी कहा। इस अवसर पर पार्षद कमलेश जैन, रवि शर्मा, सुभाष नामदेव, डॉ. सलीम खान, विशाल चौरसिया, रूपेश राठौर, अरशद अली, सीमा गंगवाल, रूपाली चौरसिया, गौरव सोनी, गबू सोनी, जगदीश वर्मा, आशीष बैरागी, मनीष किल्लौदिया, रोहित मालवीय सहित अन्य लोग मौजूद थे।