इंदौर से संजय सोलंकी की रिपोर्ट।
मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री और इंदौर के एक नम्बरी विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रसादम् के मुद्दे पर भी अपनी जुबान खोली है… उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रसाद में मिलावट लोगों का धर्म भ्रष्ट करने जैसा है… तिरुपति मंदिर के प्रसाद में चर्बी और मछली का तेल मिलने की बात पर विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने खुद ने भी कई बार वहां का प्रसाद खाया,
अब मुझे लग रहा है कि मैंने पता नहीं कौन-सी चर्बी खा ली… वहीं उन्होंने एक मंच से नशे का कारोबार करने वालों को तीन दिन का अल्टीमेटम अलग दे डाला… अब देखना होगा कि विजयवर्गीय की इस चेतावनी का नशे के सौदागरों पर क्या असर पड़ता है और तीन दिन बाद इस मामले में मंत्री महोदय क्या एक्शन लेते हैं..?