राजगढ़ जिले का संडावता गांव, देश का इकलौता ऐसा गांव बनने वाला है, जहां सरकार बेरोजगार युवाओं को खोज-खोजकर स्वरोजगार से जोड़ेंगी। कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की यूनिवर्सल सोशल इंगेजमेंट प्रोग्राम के पायलट प्रोजेक्ट के तहत गांव के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पहले गांव में सर्वे कराया जाएगा। फिर इस गांव के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
इस गांव को कौशल विकास विभाग ने चुना है। विभाग के मंत्री गौतम टेटवाल ने बताया कि बेरोजगारों की रुचि व कौशल का पता लगाएंगे। उनकी रुचि व कौशल के आधार पर कौशल प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ेंगे। देश में इस गांव की मॉडल के रूप में खासियत बेरोजगार मुक्त गांव के रूप में होने वाली है। चयन के बाद इस गांव की सरपंच श्रद्धा पालीवाल ने कौशल विकास विभाग और मंत्री टेटवाल का पूरे मनोयोग से सहयोग करने की बात कही है।
^ गांव में बेरोजगार को खोजकर उनकी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण देंगे, जिन उद्योग, इंडस्ट्री में जरूरत होगी, वहां प्लेसमेंट कराएंगे, स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएंगे। -गौतम टेटवाल, राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग।