कबीर मिशन समाचार जिला इंदौर
इंदौर से संजय सोलंकी की रिपोर्ट।
इंदौर।कल बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार का जन्मदिन है… ”भिया को बधाई” देने के लिए इंदौर में आज भले ही अखबारों के पन्ने भरे पड़े हों, लेकिन रविवार रात मनोज परमार को आईपीएस आदित्य पटोले ने अपनी कार से उतरवा लिया… खबरों के अनुसार, विजय नगर चौराहे पर चैकिंग अभियान चल रहा था… जब आईपीएस श्री पटोले ने देखा कि एक निजी स्कार्पियो कार में हूटर लगा है तो उन्होंने गाड़ी रूकवाकर साइड में खड़ी करवाई… इसमें से जब मनोज परमार निकलकर बाहर आए तो अधिकारी ने पूछा कि गाड़ी में हूटर क्यों लगा रखा है… तो मनोज परमार ने कहा – ”मैं बलाई समाज का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं…” इस पर आपीएस आदित्य पटोले ने कहा कि सामाजिक व्यक्ति को भी इस तरह से गाड़ी में हूटर लगाकर चलने का कोई प्रावधान नहीं है।
इसे हटाओ… इस पर मनोज परमार ने स्वेच्छा से हूटर हटाने की बात कही, तब जाकर अधिकारी ने वॉर्निंग देकर छोड़ा… खबरों की मानें तो परमार पर कुछ प्रकरण भी दर्ज हैं, जिनमें से कई कोर्ट में विचाराधीन हैं..! मगर अब सवाल यहां उठता है कि बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मनोज परमार जी की गाड़ी पर लगे हूटर हटाए जा सकते हैं तो इन छूटभैया नेताओं के गाड़ी पर लगे हूटर क्यों नहीं क्या शासन प्रशासन मुंह देखकर तिलक कर रही हैं हम बात करें मध्य प्रदेश की तो कहीं ऐसे छूटभैया नेता हैं।
जिनकी गाड़ियों पर हूटर लगे हुए हैं और अपना दबदबा बनाने के लिए हूटर का ऐसी जगह प्रयोग करते हैं जहां पर प्रयोग नहीं करना चाहिए वही बात करें आष्टा क्षेत्र की तो कहीं बाहर देखा गया है कि तहसील कार्यालय के सामने अदालत के सामने या थाने के सामने छूटभैया नेता अपनी गाड़ी पर हूटर लगाकर आते हैं और तहसील कार्यालय के सामने ही होटल बजा कर जाते हैं मगर प्रशासन की आंखें यहां बंद हो जाती हैं और प्रशासन यह कुछ नहीं करता आखिर क्यों मगर एक समाज का राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर हूटर लगता है।
तो उन पर चालान कर दिया जाता है उनको गाड़ियों से नीचे उतर जाता है क्या प्रशासन या शासन आजकल मुंह देखकर तिलक करने में लगी हुई है यहां एक गंभीर विषय हैं कि जहां पर एक बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार के गाड़ी का हूटर हटाने को लेकर दिया गया वहां इन क्षेत्र के गली गली के छूट भैया नेताओं के गाड़ियों पर लगे हूटर अपनी शान और शौकत बताते हैं क्या इन छूट भैया नेताओं की गाड़ियों पर लगे हूटर भी हटाए जाएंगे या सिर्फ किसी एक समाज को नीचा दिखाने के लिए हूटर का खेल चल रहा है।