कबीर मिशन समाचार जिला देवास
पवन परमार/
देवास जिले-की सोनकच्छ तहसील के ग्राम निपानिया हूर हूरऔर आसपास के गावों में शराब ठेकेदार की मनमानी डायरी प्रथा से अवैध शराब की धड़ल्ले से बिक्री सोनकच्छ तहसील के कई गांवों में डायरी प्रथा से अवैध शराब की बिक्री, जिम्मेदार अधिकारी मौन सोनकच्छ तहसील के कई गांवों में अवैध शराब की बिक्री का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है।
ग्राम कुमारिया बनवीर, मुरमिया, खुटखेड़ा, सूरजना खेरिया जागीर सहित कई अन्य गांवों में रोजाना अवैध शराब डायरी प्रथा के माध्यम से बेची जा रही है। ठेकेदार के कर्मचारी शराब की डिलीवरी सीधे गांवों तक कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों और ठेकेदार के कर्मचारियों के बीच कहासुनी भी देखी जा रही हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि यह अवैध गतिविधि लंबे समय से चल रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। गांवों में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री हो रही है, जिससे समाज में असंतोष बढ़ रहा है।
क्या है डायरी प्रथा?डायरी प्रथा के माध्यम से ठेकेदार अपने नियमित ग्राहकों की सूची बनाते हैं और उन्हें रोजाना निर्धारित मात्रा में शराब सप्लाई करते हैं। यह काम तरीके से किया जाता है कि बाहरी लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगती।
ग्रामीणों की परेशानी ग्रामवासियों ने इस अवैध व्यापार के खिलाफ आवाज उठाई है, लेकिन स्थानीय पुलिस और प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि गांवों में अवैध शराब की बिक्री से न केवल सामाजिक बुराइयां बढ़ रही हैं।
बल्कि युवाओं के भविष्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल गांवों में अवैध शराब की बिक्री की खबरें लगातार सामने आ रही हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करने में नाकाम रहा है। सवाल यह उठता है कि जब गांवों में खुलेआम यह सब हो रहा है।
तो आखिर प्रशासन कब जागेगा? क्या अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. या फिर वे जानबूझकर चुप बैठे हैं।
कब होगी कार्रवाई? ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द इस अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाई जाए और दोषी ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
अगर प्रशासन इस मामले में जल्दी कार्रवाई नहीं करता, तो गांवों में स्थिति और भी बिगड़ सकती है। जब इस संबंध में हमने जिला आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित से बात करना चाही तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा।