भले ही विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे लोग बैंकों को करोड़ों-अरबों का चूना लगाकर विदेश भाग जाएं, लेकिन आमजन लाख-दो लाख का लोन पाने के लिए भी चप्पलें घीसते नजर आता है
… ऐसे ही एक छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के गांव सरगवां के गरीब किसान को पोल्ट्री फॉर्म खोलने के लिए लोन की आवश्यकता थी… उसने कई बार बैंकों के चक्कर लगाए, लेकिन बात न बनी… फिर एक दिन उसकी मुलाकात मस्तूरी में एसबीआई बैंक के मैनेजर सुमन कुमार चौधरी से हुई
… चौधरी ने कहा कि मुझे 10 फीसदी रिश्वत लगेगी, तुम्हारा लोन करवा दूंगा… इस पर किसान ने अपनी मुर्गियां बेचकर दो महीने तक मैनेजर की जेब रिश्वत से भरी… इसके बाद बैंक मैनेजर के मन में लाल बढ़ा और वह हर शनिवार को किसान के घर पहुंच जाता और देसी मुर्गे की मांग करता
… ऐसा करते-करते मैनेजर किसान के कुल 38,900 रुपए के मुर्गे डकार गया… मुर्गों का स्वाद लेने के बाद मैनेजर मुकर गया और किसान को लोन नहीं मिला… मजे की बात यह है कि किसान ने जब पुलिसिया शिकायत की तो कोई सुनवाई नहीं हुई.
.. गुस्साए किसान ने आंदोलन की राह पकड़ी और धरने पर बैठ गया… इस पर पुलिस किसान को ही उठाकर ले गई… खबरों के अनुसार, मीडिया के जरिए मामला उच्चाधिकारियों के प्रकाश में आने के बाद इस मामले की जांच शुरू करवाई गई..!