बसंत पंचमी उत्सवविधिवत वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ बच्चों का हुआ विद्यारम्भ संस्कार।
दतिया से विकास वर्मा की रिपोर्ट
बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भरतगढ़ में मॉ सरस्वती की विशेष पूजा अर्चना की गई।
सरस्वती पूजन एवं पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ ही पुंसवन व विद्यारंभ संस्कार भी किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बड़े धूमधाम से सरस्वती स्कूल भरतगढ़ से किला चौक तक वेद यात्रा निकाली गई इसके पश्चात विधिवत मंत्रोपचार व युग संगीत के साथ
विद्यालय के प्राचार्य/प्रबंधक (केशव बाल विकास समिति) श्री मनोज जी गुप्ता एवं श्री नीरज जी गुगोरिया सहसचिव (केशव बाल विकास समिति) द्वारा गायत्री महायज्ञ एवं सरस्वती पूजन किया गया। विद्यादायिनी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ ही बच्चों का विद्यारंभ संस्कार कराया गया। इस अवसर पर श्री नीरज गुगोरिया
सहसचिव (केशव बाल विकास समिति) बतौर अतिथि शामिल रहे। इस अवसर पर श्री नीरज जी गुगोरिया ने बसंत पंचमी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उपस्थित सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ज्ञान कभी खत्म नहीं होता है। ज्ञान बांटने से बढ़ता है।
वहीं संस्था के प्राचार्य श्री मनोज जी गुप्ता ने कहा कि जिस तरह हम सभी अपने जन्मदिन पर जमकर खुशियां मनाते है। उसी तरह आज हमारी अधिष्ठात्री विद्यादायिनी मॉ सरस्वती का जन्मदिन है। इससे हम सभी उसी उत्साह व हर्ष उमंग के साथ मॉ सरस्वती का पूजन करें।
आज का शुभ दिन वैदिक सोलह संस्कारों में एक सबसे महत्वपूर्ण संस्कार विद्यारंभ संस्कार के लिए पावन दिन है। इस अवसर पर विद्यालय में नगर के नन्हें भैया बहिनों ने विद्यारंभ संस्कार में हिस्सा लिया।
करीब 3 से 5 वर्ष तक के बच्चों व उनकी माताश्री ने उपस्थित होकर मंत्रोच्चार के साथ अपने बच्चों को पाटी पूजन कराकर ॐ श्री गणेशाय नम: मंत्रों का लेखन कराया।
बसंत पंचमी पर हवन पूजन, आरती और महाप्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों सहित अभिभावक व विद्यालय के समस्त आचार्य/ दीदीयां उपस्थित रहे।