उज्जैन । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार पुरुषोत्तम की उपस्थिति में सोमवार 16 अक्टूबर को प्रशासनिक संकुल भवन के तृतीय तल पर स्थित सभागार में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के समक्ष विधानसभा निर्वाचन हेतु ईवीएम एवं वीवीपेट का प्रथम रेण्डमाईजेशन किया गया। जिले में कुल 1824 मतदान केन्द्रों के लिये विधानसभावार ईवीएम मशीनों का प्रथम रेण्डमाईजेशन करने के पश्चात सम्बन्धित आरओ को आवंटित किया गया। उक्त मशीनों में बीयू, सीयू एवं वीवीपेट का वितरण हुआ, जिसमें सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों की उपस्थिति के पश्चात रेण्डमाईजेशन कर प्रतियों पर उनके हस्ताक्षर कराये गये।
रेण्डमाईजेशन के दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिये कि सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्र के आरओ को ईवीएम मशीनें यथाशीघ्र उपलब्ध कराई जायेगी। सातों विधानसभा क्षेत्रों के सात स्ट्रांग रूम इन्दौर रोड स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में बनाये गये हैं, जहां पर विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम मशीनों को भण्डारित किया जायेगा। इसके बाद कमिशनिंग की कार्यवाही होगी, जिसमें ईवीएम पर मतपत्र लगाये जायेंगे। आयोग के निर्देश अनुसार अन्य कार्यवाही आरओ एवं राजनैतिक दलों की उपस्थिति में यह कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। द्वितीय रेण्डमाईजेशन के पश्चात मतदान केन्द्रवार मतदान केन्द्रों पर लगने वाली मशीनों को आवंटित किया जायेगा। प्रथम रेण्डमाईजेशन के दौरान रेण्डमाईजेशन की प्रतियां सभी दलों को मय हस्ताक्षरित उपलब्ध कराई गई। अगर सहायक मतदान केन्द्र बढ़ते हैं तो उसकी प्रक्रिया बढ़ेगी।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को बताया कि किस मतदान केन्द्र में कौन-सी मशीन जायेगी, यह किसी को पता नहीं चल पायेगा, यही रेण्डमाईजेशन की प्रक्रिया है। अन्तिम रेण्डमाईजेशन होगा, वही फायनल माना जायेगा और सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्र के आरओ को हस्तांतरित की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप प्रथम रेण्डमाईजेशन निर्वाचन की घोषणा के पश्चात हुआ है। प्रथम रेण्डमाईजेशन ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम से आज किया गया। प्रथम रेण्डमाईजेशन में मशीनें बीयू, सीयू एवं वीवीपेट विधानसभा क्षेत्रवार आवंटित की गई। इसके बाद अन्तिम बार रेण्डमाईजेशन वाली सूची ही फायनल होगी। प्रथम बार रेण्डमाईज करने पर मशीनों की सूची कम्यूातटर स्क्रीन पर राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के सामने प्रदर्शित की गई। प्रथम रेण्डमाईजेशन के पश्चात मशीनें आरओ की कस्टडी में उस विधानसभा के लिये नियत ऐसे स्ट्रांग रूम में आरओ द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से रिसीव की जायेगी तथा स्ट्रांग रूम के डबल लॉक में से एक लॉक की सभी चाबियां आरओ के पास तथा दूसरे लॉक की सभी चाबियां एआरओ के पास सुरक्षित रहेंगी। प्रथम रेण्डमाईजेशन के पश्चात विधानसभा क्षेत्रवार मतदान हेतु आवंटित मशीनें सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग आफिसर की कस्टडी में उस विधानसभा क्षेत्र के लिये नियत स्रांसभग रूम में आयोग द्वारा निर्धारित सुरक्षा मापदण्डों के अनुसार चौबीस घंटे सातों दिन सुरक्षा में रहेगी। स्ट्रांग रूम सम्बन्धी समस्त अन्य निर्देशों, प्रक्रियाओं का पालन सम्बन्धित अधिकारी सुनिश्चित करेंगे।
प्रथम रेण्डमाईजेशन के प्रारम्भ में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमएस कवचे ने प्रक्रिया की जानकारी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों को दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री मृणाल मीना, अपर कलेक्टर सुश्री प्रीति यादव, नगर निगम आयुक्त श्री रोशन सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक, एडीएम श्री अनुकूल जैन, जिले के समस्त विधानसभा क्षेत्रों के आरओ, एआरओ तथा मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों में सर्वश्री हेमन्त जौहरी, अनिल शर्मा, मंजूर हुसैन कुरेशी, संजय गोयल, सुरेश बाथम, सुनील गुर्जर, अनुराग पोरवाल आदि उपस्थित थे।