कबीर मिशन समाचार
(पवन शर्मा-9407423966)
नीमच। साल भर बाद होने वाले मप्र राजस्थान सहित कुल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा 2023 चुनावों में उतरने के लिए दावेदार नेताओं की आतुरता बढ़ने लगी है। नेताओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन और लोगों से राम-राम करना भी शुरू हो गया है। पिछले 4 वर्षों तक जिन जनाधार वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की, जिनको धिक्कारा, जिन्हें मुसीबतों में अकेला छोड़ा, जिनके टिकट काटे अब उन्ही कार्यकर्ताओं को अपना बनाने, उनको रिझाने के लिए उनके साथ सेल्फियां ली जाने लगी है। हर बार की तरह इस बार भी उन्ही जमीनी कार्यकर्ताओं को अपना बताकर उनको साथ लेकर बाजार में घूमना फिरना शुरू हो गया है। बर्थडे, आयोजनों में सक्रियता बढ़ने लगी है। किसानों को लेकर राजनीति फिर शुरू हो गई है, खेतों में जाकर खराब फसल हाथ मे लेकर फ़ोटो खिंचवाने की होड़ में सबसे आगे आने का प्रयास भी शुरू हो गया है। राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों में शक्ति प्रदर्शन करना शुरू हो गया है। हर बार की तरह इस बार भी चुनाव के पहले अपने आप को सबसे लोकप्रिय व जनहितैषी साबित करने का महिमामंडन होने लगा है। राजधानी में अपने अपने बड़े आकाओं के यहां हाजिरी लगाना, उनकी तेल मालिश करना प्रारंभ कर दिया है।
अधिकांश वो ही घिसे पीटे दावेदार वो ही पुरानी हरकते करते दिखने लगे है। इनकी हरकते ही बता देती है कि चुनाव नजदीक आ गए है। ये नेता आगमी विधानसभा 2023 चुनावी मैदान में उतरने, टिकट पाने के लिए अभी से तैयारियों जुट गए है। भगवान इनका भला करें।