राजगढ़/सारंगपुर । आपको बता दें कि यह वर्ष चुनाव साल का है और सभी इसके लिए तैयारी में जुटे हुए हैं। चंद्रशेखर आजाद नाम तो सुना ही होगा। वे भीम आर्मी के संस्थापक हैं और उन्होंने राजनीतिक पार्टी भी बना ली है, जिसका नाम है आज़ाद समाज पार्टी। वहीं आजाद जो हमेशा नेशनल मीडिया में सुर्खियां में रहते हैं अपनी बेबाक आवाज के साथ बोलते हैं। उनकी बोली है हमेशा भाजपा के ऊपर ही कटाक्ष करते नज़र आते हैं।
चंद्रशेखर आजाद अब एक राजनैतिक नेता बन चुके हैं वे अपनी आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनकी पार्टी युपी विधानसभा चुनाव में पहली बार खड़ी हुई थी और वे खुद भी गोरखपुर से सीएम योगी आदित्यनाथ के समाने चुनाव लड़ें थे लेकिन आजाद समाज पार्टी को कुछ भी हाथ नहीं आया। अब 2023 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां त्यौहार की तरह चल रही है भला ऐसे में चंद्रशेखर आजाद कैसे शांत बैठे रहे?
सारंगपुर और राजगढ़ के भीम आर्मी व पार्टी के कार्यकर्ता उनको सारंगपुर में बुलाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी उनकी तारीख तय नहीं हुई है लेकिन जल्दी ही तारीख तय होने की संभावना है। उसी के लिए भीम आर्मी के पुर्व संभाग सचिव दीपक वाल्मीकि सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र में संपर्क साध रहे हैं। जिसको लेकर 20 अगस्त को सारंगपुर अम्बेडकर पार्क में तहसील स्तरीय बैठक की गई थी। जिसमें सभी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं पता चला है कि सितम्बर के महिने में चंद्रशेखर आजाद सारंगपुर में आने की तारीख का ऐलान कर देंगे ऐसी संभावना जताई गई है।
आज के समय में बहुजन समाज में सबसे बड़ा युवा दल का संगठन मान सकते हैं और यह दुसरा मौका होगा चंद्रशेखर आजाद के राजनैतिक क्षेत्र में। वैसे भी आजादी के बाद से आज तक मध्य प्रदेश में तीसरी बड़ी ताकत कोई भी उभर कर सामने नहीं आई है।
वहीं 2003 में बहुजन समाज पार्टी ने जरूर मध्य प्रदेश एक तिहाई हिस्सा अपने कब्जे में कर लिया था। अब आगे देखते हैं क्या समीकरण बनते हैं और आपको बता दें कि राजगढ़ जिले की पांच विधानसभा में एक सारंगपुर आरक्षित सीट है जिस पर अपनी सभी करेंगे चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद समाज पार्टी।