ब्यावरा:- मध्यप्रदेश कलमकार परिषद शाखा ब्यावरा के तत्वाधान में 28 वां वार्षिक कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसमें माँ शारदा को माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित करने के बाद भाई पुरुषोत्तम फ़लोदी ने सभी कवियों का पुष्प माला, हार और शाल से स्वागत किया मंच संचालक भाई राजेश लोटपोट ने भोपाल की डॉ. लता स्वरांजली से माँ शारदा वन्दना कराई ,देवेन्द्र दांगी, रामेश्वर रोचक, गोपाल दुस्तर, सुरेश बम ने शानदार कविता पाठ किया फिर कवि सम्मेलन के आयोजक राजेन्द्र खत्री साहिल अपनी शायरी में कहा की “बगल में ख़ंजर ,दिलों में दाग रखते हैं l
गद्दार तो आस्तीन में नाग रखते हैं ” सुनाया तो श्रोताओं ने खूब तालियाँ बजाई,भोपाल की गजलकारा डॉ. लता स्वरांजली ने “प्रेम को तुम न समझो यूँ रुसवाईयाँ। इससे बनती हैं मानस की चौपाइयाँ “सुनाया तो दर्शक झूम उठे, फिर हास्य सम्राट और सूत्रधार डालचंद
मनमौजी,डॉ. गिरीश बैधड़क ने तीखे व्यंग्य वाण चलाये, मालवी हास्य कवि नरेन्द्र नखैत्री एवं राजेश लोटपोट ने सभी को जमकर खूब हँसाया lदेर रात तक चले इस कविसम्मेलन का आभार राजेन्द्र खत्री ने किया l