दतिया से विकास वर्मा की रिपोर्ट।
दतिया आज भाण्डेर विकास खण्ड के धमना के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में छात्रों को पुस्तक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के समस्त बच्चों को पाठ्य पुस्तक वितरित की गई। स्कूली बच्चों को सम्बोधित करते हुए संस्था के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुमानी खान ने कहा कि किताबें जीवन की सबसे अच्छी साथी होती है। जब भी उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती है। किताबें हमारी आसपास की दुनिया को समझने, सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती है।
इसलिए उनका समुचित रखरखाव व वर्ष भर हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है।शिक्षक मनोज उपाध्याय ने कहा कि पुस्तकें हमारे आदर्श, मार्गदर्शक या सर्वकालिक शिक्षक के रूप में भी हमारे जीवन में शामिल होती है।पुस्तक पढ़ने का महत्व उन तरीकों से प्रतिबिंबित हो सकता है जिनसे यह हमारे आत्म-विकास और समग्र विकास को पूरा करता है। किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त है। किताबें आपकी कल्पना को रोशन करती है। किताबें आपको अपने आस-पास की दुनिया के बारे में अपना अनूठा दृष्टिकोण बनाने में मदद करती है। शिक्षक महेंद्र शर्मा ने कहा कि किताबें ज्ञान के प्रवेश द्वार के रूप में काम करती है, जो छात्रों को जानकारी और अंतर्दृष्टि का एक विशाल भंडार प्रदान करती है।
चाहे वह विज्ञान के चमत्कारों की खोज करना हो, इतिहास की गहराई में उतरना हो, या खुद को कल्पना की दुनिया में डुबोना हो, किताबें ज्ञान का भंडार है जो एक छात्र के जीवन को समृद्ध कर सकती है। शिक्षक कीरत सिंह ने कहा कि पुस्तके हमारी सच्ची मित्र होती है। एक बार आपका कोई दोस्त आपका साथ छोड़ सकता है, पर पुस्तके कभी हमारा साथ नहीं छोड़ती। दुख में सुख में हंसी खुशी सभी में पुस्तके एक सच्ची मित्र बनकर हमारा साथ निभाती है। पुस्तकें ज्ञान प्रदान करती है, हमेशा अच्छी बातें ही सिखाती है, इस दौरान अवधेश यादव, कीरत सिंह, मनोज उपाध्याय, महेंद्र शर्मा, सुमानी खान व बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें उपस्थित थे।