बीएएसएफ का ‘वाह रे किसान’ अभियान, सबसे महत्वपूर्ण कार्य करने वाले असाधारण किसानों की सराहना करते हुए
, उन्हें समर्पित किया गया हैयह अभियान खेती से संबंधित पहला इंफो-टेनमेंट कार्यकम है, जिसे मशहूर भारतीय फिल्म और टेलीविजन अभिनेता श्री अन्नू कपूर द्वारा होस्ट किया जा रहा है।इस कैम्पेन में 5 किसानों की प्रेरक कहानियाँ बताई जा रही हैं कि कैसे वे अपने समुदायों और भारत के खेती के
परिदृश्य को बदलने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।मुंबई, 3 फरवरी, 2025 : बीएएसएफ ने अपने ‘वाह रे किसान’ अभियान का शुभारंभ किया है (यह ”सैल्यूट टू फार्मर्स” का हिन्दी रूपांतरण है)। यह अभियान ‘बिगेस्ट जॉब ऑन अर्थ’ पहल का हिस्सा है और इसका उद्देश्य भारतीय किसानों के योगदान को उजागर करना है। इसके तहत, पांच ऐसे
किसानों की कहानियों को प्रस्तुत किया गया है, जो अपने समुदायों और भारत की कृषि पद्धति में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। बीएएसएफ ने श्री अन्नू कपूर को यह अभियान होस्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी है, और इन एपिसोड्स को विशेष रूप
से बीएएसएफ के यूट्यूब और फेसबुक चैनल पर प्रसारित किया जाएगा। इस श्रृंखला की शुरुआत से पहले, एक महीने तक सोशल मीडिया अभियान चलाया गया, जिसमें किसानों को अपनी कहानियां भेजने के लिए आमंत्रित किया गया।
इसके बाद, उनमें से सबसे प्रेरणादायक पांच कहानियों को ‘वाह रे किसान’ में शामिल किया गया।एग्रीकल्चरल सॉल्यूशंस बीएएसएफ एसई के अध्यक्ष लिवियो टेडेस्की ने कहा कि‘‘बिगेस्ट जॉब ऑन अर्थ’बीएएसएफ एग्रीकल्चरल सॉल्यूशंस का वैश्विक अभियान है और इसके अनुसार ऐसे किसानों की कहानी सबके सामने आनी चाहिए और उनकी सराहना की जानी चाहिए।
भारत की भौगोलिक परिस्थितियाँ और कृषि पद्धतियाँ अत्यंत विविधतापूर्ण हैं और इसके साथ मैं ‘वाह रे किसान’ में दिखाए गए इन 5 नवाचारी किसानों से मिलकर बहुत खुश हूँ और मुझे उम्मीद है कि कृषि में सभी के लिए एक संवहनीय भविष्य की तलाश करने के लिए उनके साथ हमारे काम करने पर कई और किसान आगे आने के लिए प्रेरित होंगे।‘’
एपिसोड एक : ऊर्जा-कुशल और कम लागत वाले सोलर ड्रायर का आविष्कार, जिससे किसानों को कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिली। (श्री तुषार गवारे,
महाराष्ट्र)एपिसोड 2: एक किसान की प्रेरणादायक कहानी, जिसने न केवल अपनी कृषि भूमि को बदला, बल्कि सम्पूर्ण गांव को एकीकृत कृषि और नवीन तकनीकों से विकसित किया। (श्री मंजन्ना टी.के., कर्नाटक) एपिसोड 3: राइस
लाइब्रेरी, जिसने भारत की पारंपरिक चावल की किस्मों को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। (श्री महान चंद्र बोरा, असम) एपिसोड 4: कैसे विविधीकृत खेती पारंपरिक कृषि प्रणालियों में पानी की कमी से निपटने में मदद करती है। (श्री सरवन सिंह चंडी, पंजाब)एपिसोड 5: पारंपरिक सेब की खेती को नई परिभाषा देने वाली कम ठंडे क्षेत्र में उगाई जाने वाली नवीन किस्म।
(श्री हरिमन शर्मा, हिमाचल प्रदेश) बीएएसएफ एग्रीकल्चरल सॉल्यूशंस, इंडिया के बिजनेस डायरेक्टर गिरिधर रानुवा ने कहा कि ‘‘हम ‘वाह रे किसान’ का शुभारंभ करते हुए और पूरे भारत
में किसानों की उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना करते हुए अत्यंत उत्साहित हैं।” ‘वाह रे किसान’ वर्तमान में सोशल मीडिया पर 35 करोड़ तक पहुँच गया है और मेरा मानना है कि किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान देना ज़रूरी है।
इन इंफो-टेनमेंट एपिसोड्स के माध्यम से हम उम्मीद करते हैं कि इससे हमारे किसानों के अत्यधिक रचनात्मक प्रयासों के बारे में उन लोगों के बीच चर्चा होगी, जो संभवत: शहरों में रहते हैं और उन्हें बड़ी ही आसानी से अनदेखा कर देते हैं, क्योंकि वे उस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं, जिससे उनका भोजन उत्पादित होता है।
इन पाँच किसानों की कहानियों को भारत के मशहूर फिल्म और टेलीविजन अभिनेता, श्री अन्नू कपूर द्वारा होस्ट किया जा रहा है, जो BASF Agro India – YouTube पर उपलब्ध है। वर्ष 2025 के आने वाले महीनों में बीएएसएफ ‘वाह रे किसान’ के दूसरे सीज़न में नए किसानों को पेश करने की योजना बना रहा है, जिनकी अलग कहानियाँ सुनने-देखने को मिल सकती हैं।
बीएएसएफ के कृषि समाधान विभाग के बारे मेंहम अपना जो भी काम कर रहे हैं, वह इसलिए कर रहे हैं कि हमें खेती से प्यार है. तेजी से बढ़ती आबादी के लिए पर्याप्त मात्रा में सेहतमंद और किफ़ायती भोजन उपलब्ध कराने साथ ही पर्यावरण संबंधी प्रभावों को कम करने के लिए खेती बुनियादी रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि हम अपने सभी व्यावसायिक निर्णयों में
संवहनीयता संबंधी मानदंडों को एकीकृत करने के लिए भागीदारों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. वर्ष 2023 में 900 करोड़ यूरो के निवेश के साथ, हमने खेतों में व्यवहारिक कदम उठाते हुए और
नवाचारी सोच को शामिल करते हुए मजबूत आरएंडडी पाइपलाइन में निवेश करना जारी रखा है. हमारे समाधान विभिन्न फसल प्रणालियों के उद्देश्य से तैयार किए गए हैं. हम किसानों, उत्पादकों और मूल्य श्रृंखला में अपने अन्य हितधारकों के लिए
सर्वोत्तम संभव परिणाम देने के लिए बीजों और उनकी विशेषताओं, फसल सुरक्षा उत्पादों, डिजिटल उपकरणों और संवहनीयता दृष्टिकोण को संयुक्त कर रहे हैं. प्रयोगशाला, खेत, कार्यालय और उत्पादन में संलग्न टीमों के साथ, हम कृषि के लिए संवहनीय भविष्य का निर्माण करने के लिए हमारे लिए जो भी संभव है, वो सब कुछ कर रहे हैं. वर्ष 2023 में हमारे डिवीजन ने 10.1 बिलियन यूरो का विक्र Aय किया है. अधिक जानकारी के लिए कृपया
www.agriculture.basf.com पर विज़िट करें या हमारा कोई भी सोशल मीडिया चैनल देखें. भारत में बीएएसएफ के बारे में बीएएसएफ ने भारत की प्रगति में पिछले 130 से अधिक वर्षों से सफलतापूर्वक भागीदारी की है. 2023 के अंत तक भारत में BASF के 2,335 कर्मचारी थे और पूरे देश में 8 उत्पादन स्थल और 42 कार्यालय विद्यमान थे. इनोवेशन कैंपस मुंबई और कोटिंग्स टेक्निकल सेंटर
मैंगलोर, दोनों ही बीएएसएफ के वैश्विक प्रौद्योगिकी मंच का हिस्सा हैं. 2023 में, बीएएसएफ ने भारत में ग्राहकों को लगभग €2.4 बिलियन का विक्रय दर्ज करवाया. अधिक जानकारी www.basf.com।in पर उपलब्ध है. बीएएसएफ के बारे मेंबीएएसएफ में हम एक संधारणीय भविष्य के लिए केमिस्ट्री तैयार करते हैं. हम आर्थिक सफलता को पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ते हैं
. बीएएसएफ समूह के लगभग 112,000 कर्मचारी लगभग सभी क्षेत्रों और दुनिया के लगभग हर देश में अपने ग्राहकों की सफलता में योगदान कर रहे हैं. हमारे पोर्टफोलियो में छह सेगमेंट्स शामिल हैं: कैमिकल्स, मटेरियल्स, इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस, सरफेस टेक्नोलॉजीस,
न्यूट्रीशन एंड केयर और एग्रीकल्चरल सॉल्यूशंस. बीएएसएफ ने 2023 में €68.9 बिलियन का विक्रय किया है. बीएएसएफ के शेयरों का कारोबार फ्रैंकफर्ट
(बीएएस) में स्टॉक एक्सचेंजेस में और यूएस में अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (बीएएसएफवाई) के रूप में किया जाता है. आगामी जानकारी www.basf.com पर है.