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आज का युवा- उसकी परेशानी की ढेरों वजह है।
हां आज का युवा बड़ा परेशान है। उसकी परेशानी की ढेरों वजह…
आधी रात में केक काटने का चलन: उत्सव या दिखावा? – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)
कुछ दिनों पहले ही मेरा जन्मदिन बीता, रात के 12 बजते ही…
प्रत्येक कंपनी में होना चाहिए रचनात्मकता, प्रतिभा और सामाजिक योगदान का अनूठा संगम
किसी कंपनी या एक कार्यस्थल पर अच्छी प्रोडक्टिविटी के लिए वहां के…
एससी एसटी आरक्षण के बटवारे का गणित क्यों समझ नहीं पा रहे हैं इसको समझे पहले। यहां बंटवारा आरक्षण का नहीं आपकी ताक़त का विभाजन है?
22 प्रतिशत में आगे बढ़ना सही है या 8 प्रतिशत में फैसला…
“15 अगस्त पर विशेष “जाने कहाँ गये आजादी के वो दिन
प्रदीप कुमार नायकस्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार भारत विश्व के विशालतम देशों में…
भूमि पर अधिकार किसानों का फिर कई योजनाओं से वांचित क्यों ? – मनोज झा
प्रदीप कुमार नायकस्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार मधुबनी जिला बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र के…
देश की वास्तविक शक्ति किसानों के निहित हैं और भारत को आत्म निर्भर बनाता हैं l
समाजसेवी मनोज झा ने दिया "जय जवान जय किसान का नारा" प्रदीप…
स्वच्छता के कई पहलुओं पर एक साथ काम शुरू।
कुशल जैन तहसील पत्रकार मालनपुर जिला भिंड गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड की…
चंद रुपयों का सौदा….सामान सस्ता या हम? मजबूरों को मजबूर करने का यह कैसा चलन?
चंद रुपयों का सौदा....सामान सस्ता या हम? - अतुल मलिकराम (लेखक एवं…
सामाजिक रूढ़ियों को चीर रंगमंच से अदाकारी की छठा बिखेरने वाली ‘विनोदिनी’ पर आधारित सुष्मिता मुखर्जी की 5वीं किताब ‘नटी’
साल 1874 में 12 साल की उम्र में बिनोदिनी ने कलकत्ता नेशनल…