सी.बी.एस. पब्लिक स्कूल आनन्द नगर जिला खण्डवा में विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से ठाकुर रामरती शिक्षा समिति द्वारा दिनांक 18 से 20 जुलाई 2024 को आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये डॉ. लक्ष्मण सेंगर ने अपने उद्यबोधन में कहा कि हजारो सालो से मानव सभ्यताएँ आसमान की ओर देखती रही है और चन्द्रमा की उत्पत्ति और रहस्यों पर विचार करती रही है। हमारा एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह पहली दूरबीनों के आविष्कार से सक्षम जमीनी अवलोकनों ने हमारे खगोलीय साथी के बारे में हमारी समझ में एक नया अध्याय खोला।
श्री सेंगर ने आगे कहा कि अंतरिक्ष गतिविधियों के जन्म के साथ ही चन्द्रमा अनगिनत मिशनों का अंतिम गंतव्य बन गया, जिनमें मानवयुक्त उडाने भी शामिल थी जिन्होने ब्रम्हाण्ड में किसी अन्य स्थान पर पहली बार मानव पदचिन्ह पहुंचाएँ।डॉ. जयवीर सिंह भदौरिया ने कहा कि अपोलो 11 मिशन नासा का ऐतिहासिक यान था जिसने पहली बार मानव को चन्द्रमा पर उतारा 16 जुलाई 1969 को लॉन्च किया गया इसमें अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉग एडविन बज और माइकल कोलिन्स थे 20 जुलाई 1969 को आर्मस्ट्रॉग और एल्ड्रिन लूनर मॉडयूल ईगल में अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉग एडविन बज माइकल कोलिन्स थ 20 जुलाई 1969 को आर्मस्ट्रॉग और एल्ड्रिन लूनर मॉड्यूल ईगल में चन्द्रमा की सतह पर उतरे आर्मस्ट्रॉग चन्द्रमा पर पैर रखने वाले पहले इंसान बन गये इन्होने प्रसिद्ध रूप से कहा कि यह एक आदमी के लिए एक छोटा कदम है लेकिन मानवता के लिए एक बडी छलांग है।
इन्होने प्रयोग करने और नमूने एकत्र करने में लगभग 25 घण्टे बिताये 24 जुलाई 1969 को अपोलो 11 की पृथ्वी पर सफल वापसी ने अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर और मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को चिन्हित किया है।डॉ. नीता बंसल ने कहा कि बाम्ह अंतरिक्ष मामलों के लिए सयुक्त राष्ट्र कार्यालय यूएन.ओ.ओ.एस.ए. न चीन मानव युक्त एजेंसी (सी.एम.एस.ए) के सहयोग से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों विशेष रूप से विकास शील देशो को लाभ पहुंचाने के लिए चीन सरकार के तकनीकी और नवींन कौशल का लाभ उठाता है।
जिससे अंतरिक्ष तक पहुंच बढ़ाकर 17 सतत विकास लक्ष्यो एस.डी.जी. में योगदान दिया जा सकें।ने कहा कि वास्तव में विज्ञान की समझ के बिना आज की आधुनिक दुनिया इतनी आधुनिक नही होती जब हमे इस सवाल का जबाब देना होता है कि विज्ञान मानव जीवन को आकार देने में कैसे उत्प्रेरक है तो हम समझते है कि यह ज्यादातर प्रौधोगिकी नवाचार आधुनिक चिकित्सा के माध्यम से होता है, इससे असाध्य रोगों के इलाज और औषधियों का विकास हुआ है
और मनुष्य की आयु में वृद्धि हुई है। पहले के समय में निदान और उपचार की कोई सुविधा नही थी जिसके कारण कई लोगों की मृत्यु हो जाती थी। आज कल बीमारी का पता लगाने के लिए मशीने मौजूद है।तीन दिवसीय विज्ञान मले में छात्र-छात्राओ ने ड्रॉइंग प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता,रोल प्ले (नुक्कड नाटक), साइंस मॉडल प्रतियोगिताओं (विज्ञान प्रदर्शनी), एक्सटेंपोर में भाग लिया जिसमें सभी विजयी प्रतियोगिताओं को पुरुस्कृत किया गया।
जिसमें साइंस मॉडल प्रतियोगिता में अनुष्का लोधी ने प्रथम पुरुस्कार, राधिका प्रजापित ने दूसरा पुरुस्कार, एवं पीयूस प्रजापति ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। ड्राइंग प्रतियोगिता में सोनाक्षी श्रीवास्तव ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया व आयूसी भदौरिया ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया एवं मालनी शर्मा ने तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया। डिवेट प्रतियोगिता में स्नेहा ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व निशांत कुमार ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं जसवी राजे न तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया। क्विज प्रतियोगिता में रितिक बंसल ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व रामा नरवरिया ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया एवं खुशबू धाकड़ ने तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया। नुक्कड नाटक प्रतियोगिता में युवराज ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व अमन ने दूसरा पुरुस्कार प्राप्त किया एवं मयंक प्रजापति ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया।
एक्सटेंपोर में प्रथम पुरुस्कार मोहित श्रीवास्तव ने प्राप्त किया व आलोक श्रीवास ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं गुंजन प्रजापति ने तीसरा पुरुस्कार प्राप्त किया ।उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिताओं में सामूहिक रूप से विजयी प्रतिभागियों को पुरुस्कार एवं मेडल प्रदान किये गये। एवं फिल्म शो प्रोजेक्टर के माध्यम से छात्र-छात्राओं को विज्ञान के मूलभूत आधार का ज्ञान वर्धनहुआ एवं शरीर में होने वाली प्रतिक्रियाओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्म शो दिखाकर ज्ञान वर्धन किया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णा राजावत ने की तथा कार्यक्रम का संचालन अजीत चंदेल ने किया कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में श्रीमती देवी व्यास, प्रीती जाटव, सोनम शर्मा, व आरती श्रीवास उपस्थित थे।