गौवंश में लम्पी बीमारी की लगातार समीक्षा करें, लम्पी बीमारी होने पर तत्काल ईलाज करें – कलेक्टर श्री गुप्ता——
देवास जिले में पशुओं का शत-प्रतिशत पंजीयन कर टेग लगाये——
कबीर मिशन सामाचार/देवास,
कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने पशुपालन विभाग, दुग्ध संघ एवं सीएम राइज स्कूल की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में ली। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएल खुशाल, उप संचालक पशुपालन श्री ओ.पी. त्रिपाठी, दुग्ध संघ से श्री एस.के. जैन सहित विभागीय के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने जिले में बनाये जा रहे सीएम राइज स्कूल की समीक्षा की। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले में सीएम राइज स्कूल के लिए भूमि का चयन कर लें। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने सीएम राईज स्कूल के संबंध में पावर पाईट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि जिले में सात सीएम राइज स्कूल बनाये जा रहे है। सीएम राइज स्कूल जिले में देवास शहर, सन्नौड़ देवास, चिडावद टोंकखुर्द, बागली, पोलाखाल बागली, खातेगांव और कन्नौद में बनाये जा रहे है। बागली और कन्नौद में सीएम राइज स्कूल के लिए शीघ्र कार्य शुरू होने वाला है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि विभाग जिले में शत-प्रतिशत पशुओ का पंजीयन कर टेग लगाये तथा इनाफ पोर्टल पर रजिस्टर करें। लम्पी बीमारी के संबंध में लगातार समीक्षा करते रहे है। यदि बीमारी होती है तो तत्काल ईलाज करें। गौवंश को वैक्सीन लगाई जाये। कलेक्टर श्री गुप्ता ने पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा पावर पाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से की और लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि की जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि लम्पी रिकन बीमारी से जिले में अब तक कुल 83 ग्राम से प्रभावित हुये है। जिसमे कुल 312 गौवंश रोग से प्रभावित पाये गये है। प्रभावित 297 पशु स्वस्थ हो चुके है। कुल 16 पशुओं की मृत्यु लम्पी रिकन बीमारी से होना पायी गई है।
जिले को प्राप्त कुल 01 लाख 18 हजार 800 गोट पोक्स वैक्सीन में से आज दिनांक 1 लाख 14 हजार 780 पशुओं में रोग का टीकाकरण किया जा चुका है। टीकाकरण कार्य निरंतर जारी है। बैठक में बताया गया कि जिले में पशुपालन विभाग की 90 संस्थाए है। जिसमें चलित पशु चिकित्सा ईकाई 01, पुशु चिकित्सालय 20, पशु औषधालय 24, कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र 02, कृत्रिम गर्भाधान उपकेन्द्र 32, मुख्य ग्राम खण्ड 01 तथा मुख्य ग्राम ईकाई 10 है। जिले में 2022-23 में 01 लाख 69 हजार 654 पशुओं का उपचार किया गया, 03 लाख 87 हजार 051 टीके लगाये गये, 77 हजार 223 कृत्रिम गर्भाधान तथा 23 हजार 892 वत्सोपादन किया गया।
बैठक में बताया गया कि जिले में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत बुसेल्ला टीकाकरण में 04 से 08 माह तक के मादा वत्सों को बुसोलेसिस बीमारी जिसमें गर्भावस्था के आखरी बेमास में गर्भपात हो जाता है, से बचाव के लिए टीककरण देवास जिले को 47350 के टीकाकरण के लक्ष्य के विरुद्ध 40135 (85 प्रतिशत) टीकाकरण किया गया है। राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के गौ-भैसवंशीय पशुओं की नस्ल सुधार के लिए उच्च उत्पादक गुणवत्ता वाले सीमन द्वारा घर पहुंच कृत्रिम गर्भाधान सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। कार्यक्रम के तृतीय चरण में जिसकी अवधि 01 अगस्त 2021 से 31 जुलाई 2022 तक थी, जिले को प्राप्त 56 हजार 885 के विरूद्ध 51 हजार 981 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कार्य सुपादित किया गया है। वर्तमान में कार्यक्रम का चतुर्थ चरण कियान्वित किया जा रहा है। जिसकी अवधि 01 अगस्त 2022 से 31 जुलाई 2023 तक निर्धारित की गई है। जिले के लक्ष्य 56 हजार 885 पूवर्वत ही रखा गया है। अभी तक 12 हजार 888 पशुओं में कृत्रि गर्भाधान कार्य संपादित किया जा चुका है।
बैठक में बताया गया कि पशु पालन के लिए वर्ष 2022-23 में किसान क्रेडिट कार्ड (के.सी.सी) के लिए जिले के 06 विकासखण्डो में 2400 के.सी.सी स्वीकृत किये जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिसमे से माह अक्टूबर 2022 तक 900 केसीसी विभिन्न बैंको द्वारा स्वीकृत किये जा चुके है एवं प्रक्रिया जारी है। अशासकीय स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गौशाला जिले में अशासकीय स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा 19 पंजीकृत क्रियाशील गौशालाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसमे 3522 गौवंश संधारित किये रहे है। मुख्यमंत्री गौसेवा योजनान्तर्गत संचालित गौशाला में 48 गौशालाएं स्वीकृत होकर 10 गौशालाएं पूर्ण हो चुकी है। 32 गौशालायें निमार्णाधीन है तथा 06 गौशालाओं में कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। पूर्ण गौशालाओं में से 04 गौशालाओं का संचालन प्रारंभ हो गया है। जिसमें 327 गोवंश संधारित किये जा रहे है। शेष 06 गौशालाओं का संचालन प्रारंभ किये जाने की कार्यवाही प्रचलित है ।
बैठक में बताया गया कि जिले में दुग्ध संघ की 381 समितियां कार्यरत है। जिसमें 13 हजार 76 सदस्य है। जिले में महिला समित 45 है। जिसमें महिला सदस्य 03 हजार 513 है। वर्तमान में 72 हजार लीटर प्रतिदिन दुध का संकलन किया जा रहा है तथा 11 हजार लीटर दुध वितरण किया जा रहा है। जिले में दुग्ध चिलिंग सेंटर चापडा, सोनकच्छ, टोंकखुर्द एवं कन्नौद में है, जहां पर दुध का संग्रहण होता है।