कबीर मिशन समाचार।
नीमच। नीमच विधानसभा 229 से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी दिलीप सिंह परिहार को उनकी ही करनी का फल भारी पड़ सकता है। विदित हो कि नीमच में विधायक रहते हुए भी दिलीप सिंह परिहार ने शहर हित के मुद्दों पर कोई कार्य नहीं किया जिसमें बरसों से अटकी बंगला बगीचा समस्या मुख्य है। जिसमें आज भी 60% से अधिक जनता निवास कर रही है परंतु उनको अब तक उनके मालिकाना हक नहीं प्राप्त हुआ और हर चुनाव में बंगला बगीचा समस्या को ही मुद्दा बनाकर विधायक चुनाव लड़ते आए हैं वही जानकारी में सामने आया है कि मंडी में विधायक के संरक्षण में पिता पुत्र की मिली भगत चल रही है। उनकी गुंडागर्दी से व्यापारी डरे हुए हैं। हालत यह है की मंडी पर राज कर रहा भाजपा नेता सालों से मंडी में व्यापारी संघ के चुनाव नहीं होने दे रहा और अगर कोई व्यापारी आवाज उठाता भी है तो विधायक के संरक्षण के दम पर उसे भाजपा नेता दबाता है और उसका पुत्र शहर में गुंडागर्दी फैलता है यह आरोप कांग्रेस प्रत्याशी उमरावसिंह गुर्जर ने अपने जनसंपर्क के दौरान लगाया है। जमीन घोटाले के आरोप विधायक कार्यकाल के दौरान इन पर लगे हैं जिसको कांग्रेस अब बुनाना चाह रही है। आगामी 17 नवंबर को होने वाले चुनाव में इसकी स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी वैसे तो शहर की जनता ने नीमच विधानसभा सीट को बदलने का मन बना लिया है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी गांव गांव में हुए भाजपा प्रत्याशी के जनसपंर्क के विरोध में देखा गया हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों सट्टा बाजार भी सक्रिय है। खाईवाल ने बताया कि बापू के भाव ऊंचे हैं। परंतु लगाईवाल के पटिये उलार होने के पूरे चांस हैं। दिलीप परिहार नीमच विधानसभा सीट मोदी के आगमन को लेकर जीत के रूप में देख रहे हैं। परंतु शहर की समझदार जनता भी बापू के मंसूबों को समझ चुकी है और 17 तारीख को किसकी किस्मत का बटन अधिक दबता है यह तो 3 तारीख के रिजल्ट में ही सामने आ पाएगा और बापू को अपनी करनी का फल भी उसी दिन प्राप्त होगा।