कबीर मिशन समाचार।
कौन-कौन इसमें इन्वॉल्व है? क्या करा पाएंगे प्रदेश के वित्त मंत्री इसकी जांच? या फिर सिर्फ चल रहा है थाना प्रभारी के इशारे पर पूरा खेल?
मल्हारगढ़। मल्हारगढ़ थाना प्रभारी के साए में चल रहे तस्करी के अड्डे। एनडीपीएस एक्ट में बाहरी टीम आकर बनाती है मुकदमा तो क्या थाना प्रभारी नींद में सोए हैं?
मल्हारगढ़ थाना पड़ा वीरान। जब से मल्हारगढ़ थाना प्रभारी आए हैं तब से तस्करी का कार्य जोरो-शोरो पर चलने लगा हैं। पूर्व में रहे थाना प्रभारियों ने लगाई थी लगाम, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तस्करी के अड्डों से होता है चुरा सप्लाई बाहरी टीम आकर मल्हारगढ क्षेत्र में कई बड़ी कार्यवाही को अंजाम दे चुकी है। लेकिन मल्हारगढ़ थाना प्रभारी सिर्फ कुम्भकर्णीय नींद में सोए हुए हैं। इतना ही नहीं बल्कि अवैध कच्ची शराब की तस्करी भी जोरो से हो रही है। चौक चौराहे पर चर्चा है कि खखरीई कांड मल्हारगढ विधानसभा में एक बार फिर से दोहराया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि सूत्रों की माने तो बड़ी मात्रा में मल्हारगढ़ हाईवे से लाखों रुपए की बंदी ढाबों से आती हैं? खैर यह तो जांच का विषय है। किसके जेब में यह बंदी जाती हैं। कई तस्वीरें ढाबो के सीसीटीवी में कैद हो चुकी हैं। प्रदेश के वित्त मंत्री की छवि हो रही खराब आए दिन एनडीपीएस के मुकदमे चर्चा का विषय बने हुए हैं। लेकिन मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तस्करी के अड्डों से काली कमाई का पूरा कच्चा चिट्ठा जल्द ही खुलेगा। उच्च अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेकर कठोर कार्यवाही करना चाहिए। तस्करी के अड्डों से हो रहा किसान बर्बाद। लालच में हो रहे एनडीपीएस, जो चर्चा का विषय बने हुए हैं। अब देखना होगा कि प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा क्या कदम उठाते हैं। गरीब किसान लालच के मारे यूं ही अधिकारियों की भेंट चढ़ता जाएगा।