संभागीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
उज्जैन । संभागायुक्त डॉ.संजय गोयल ने संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दिये कि वे हाईवे, विशेषतौर पर नये बने हाईवे, पर एम्बुलेंस की मौजूदगी सुनिश्चित करें। एम्बुलेंस का समय-समय पर सत्यापन भी करें। हाईवे और नये बने हाईवे पर अक्सर सड़क दुर्घटनाएं घटती रहती हैं। एम्बुलेंस की सुविधा मिलने से बहुत-से घायल लोगों की जान बचाई जा सकती है। संभागायुक्त ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि वे बसों में महिलाओं के लिये 1 से 10 नम्बर तक की सीटें रिजर्व कर रखें। महिलाओं एवं स्कूली छात्राओं की सुरक्षा के लिये विशेष प्रयास करते हुए इनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें। संभागायुक्त ने कहा कि बसों के एवं स्कूली बसों के ड्रायवर, क्लीनर, हैल्पर का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से हो।
बसों में सभी सुरक्षा मानकों का पालन प्राथमिकता से कराया जाये। बसों में स्पीड डिवाइस, खिड़कियों में ग्रिल, जीपीएस सिस्टम, कैमरे लगे हों। संभागायुक्त ने शहर में अवैध रूप से संचालित हो रहे ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा के विरूद्ध निरन्तर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक बनने के बाद टूरिस्ट की संख्या में वृद्धि हुई है। टूरिस्ट के आने से वाहन पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। जिला सड़क सुरक्षा समिति ट्रैफिक को लेकर प्लान करें। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि वाहन पार्किंग को लेकर अनेक प्रयास किये गये, लेकिन बेतहाशा भीड़ के चलते हर प्रयास नाकाफी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही विशेष योजना बनाकर निर्धारित रूटों पर नगर निगम की बसें संचालित की जायेंगी। प्रयास किया जायेगा कि बसें हर 15 मिनिट में चलें, जिससे छोटे वाहनों की समस्या से कुछ हद तक निजात मिल जायेगी। पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि उज्जैन जिले में बहुत-से निर्माण कार्य हो रहे हैं। भविष्य को देखते हुए वाहन पार्किंग का प्लान किया जाये। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि हरिफाटक ब्रिज छोटा होने के कारण ट्रैफिक डायवर्ट नहीं हो पा रहा है। ब्रिज का विकल्प ढूंढने तक समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ तक सभी योजनाओं को अमलीजामा पहना दिया जायेगा।
संभागायुक्त ने नियम विरूद्ध संचालित हो रहे वाहनों के चालकों के लायसेंस निलम्बित करने एवं निरस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिला परिवहन विभाग, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, ट्रैफिक पुलिस मिलकर तत्सम्बन्ध में उचित कार्यवाही करे। राष्ट्रीय एवं राज्यीय मार्गों पर ट्रेक्टर ट्रॉली से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि मंडी प्रशासन व्यापारियों से यह सुनिश्चित कराये कि ट्रेक्टर ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर अवश्य लगवायें। बताया गया कि कई सड़क दुर्घटनाएं राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजमार्गों पर, जहां वर्षाकाल में झाड़ियां एवं पेड़ बढ़ गये हैं, उसको लेकर होती है। संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि सभी कलेक्टर्स ऐसे स्थानों का वेरिफिकेशन कराकर झाड़ियों की छंटाई करें। राष्ट्रीय एवं राज्यीय मार्गों पर संचालित ओवरलोड वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही के सम्बन्ध में संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि पुलिस एवं आरटीओ की टीम ऐसे ओवरलोड वाहनों पर कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि कई ओवरलोड वाहनों पर खनिज का भी परिवहन होता है। ऐसे वाहनों पर खनिज विभाग भी कार्यवाही करे। बैठक में शहरी क्षेत्रों में यातायात नियंत्रण पर भी चर्चा हुई।
पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया कि वे बस ड्रायवरों, क्लीनर, हैल्परों के वेरिफिकेशन समय-समय पर कराते रहें। उन्होंने कहा कि हर चार से आठ महीने में अक्सर महिला सम्बन्धी अपराध घटित होते हैं, अत: वेरिफिकेशन का कार्य सतत रूप से चलता रहना चाहिये।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षक, उज्जैन के पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी श्री संतोष कुमार मालवीय, लोक निर्माण विभाग एवं एमपीआरडीसी तथा ब्रिज कॉर्पोरेशन के अधिकारीगण मौजूद थे।