ग्राम पथोरा के सुरेशचन्द्र पिता साधुराम जी पटेल की पुज्य माताजी लाड़की देवी पटेल का देवलोकगमन 3 जनवरी 2022 को हो गया था । जिनकी अंत्येष्टि संस्कार से लेकर मरणोत्तर श्राद्ध संस्कार तक पूरा कार्यक्रम ऋषियों के द्वारा बनाए संस्कार पद्धति अनुसार गायत्री परिवार के द्वारा संपन्न कराया गया। ज्ञानदान के क्रम में प्रतिदिन रात्रि को सत्संग का क्रम चलाया गया। जिसमें गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा लिखित प्रज्ञा पुराण का आयोजन किया गया था।
जिसके अनुसार मानव जीवन की गरिमा, कर्मफल का सिध्दांत ,सत्संग का महत्व उपासना, साधना, आराधना, गुरु गायत्री मंत्र का महत्व संस्कारों का महत्व कुरीतियां, अंधविश्वास, मूड मान्यताएं ,परंपराएं, मरणोत्तर श्राद्ध कर्म विधान और उसका महत्व आदि विषयों पर महत्वपूर्ण संदेश दिया गया। तथा दिनांक 15 जनवरी 22 को श्रद्धांजलि सभा में 1,21,100 की दान राशि विभिन्न संस्थानों को एवं समितियों को दान स्वरूप माताजी की स्मृति में भेंट की गई।
जिसमें परिवार के द्वारा दान स्वरूप भेट दी गई। जिसमें कुनबी पटेल धर्मशाला बालसमुद के लिए 21000, गायत्री प्रज्ञा संस्थान कसरावद के लिए 21000 कुनबी पटेल समाज धर्मशाला ओमकारेश्वर के लिए 11,000, नारायण सेवा संस्थान समिति के लिए 11,000, गौशाला समिति को 11,000, सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल बालसमंद के लिए 11,000, कुनबी पटेल सेवा समिति के लिए 11,000, काकड़ा परिवार कुलदेवी धर्मशाला रेगवां के लिए 11,000, सामाजिक निर्माण कार्य पिथौरा के लिए 11,000 पंडित श्रीराम जी डोंगरे पथोरा को 2100 पर्यावरण यज्ञ हेतु वृक्षारोपण करने का संकल्प भी लिया
तथा पूरे मानव समाज को इस कार्य से प्रेरणा लेकर मृतक भोज ना कराकर उस धन को पितरों के निमित्त लोकोपयोगी कार्यों में दान किया जाए ताकि दिवंगत आत्मा को अक्षय पुण्य की प्राप्ति हो। उपस्थित परिवार जनों एवं रिश्तेदारों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट की मौन प्रार्थना कर श्रद्धांजलि दी।इस कार्य में पूरे गांव के द्वारा सराहना की गई।