लहार में शिक्षक दिवस के अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा शिक्षकों को सम्मानित किया गया
बंटी गर्ग जिला व्यूरो भिंड*
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लहार शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विजय सिंह यादव, SDM लहार, और विशिष्ट अतिथि के रूप में रविंद्र कुमार बंगारे (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) लहार, एवम जगन कुशवाह, नायब तहसीलदार लहार, मौजूद रहे। यही आपको बता दे की sdm विजय सिंह यादव ने पेन और डायरी देकर शिक्षकों का सम्मान किया एवं अपने संबोधन में शिक्षकों को उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षकों को अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाहन करना चाहिए। यह कार्यक्रम शिक्षकों के प्रति सम्मान और शिक्षा में सुधार के महत्व को उजागर करता है।
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कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और शिक्षकों की जिम्मेदारियों पर जोर दिया। यह आयोजन शिक्षकों के योगदान को मान्यता देने और शिक्षा में उनके अहम रोल की सराहना करने का एक महत्वपूर्ण कदम था। बही सामाजिक कार्यकर्ता वीरू धनोलिया ने कहा की,शिक्षक हमारे जीवन के वह स्तंभ हैं जो हमें सही राह दिखाते हैं, हमारी क्षमताओं को पहचानने में मदद करते हैं, और हमें जीवन के हर मोड़ पर सफलता की ओर प्रेरित करते हैं। वे हमें न केवल किताबों का ज्ञान देते हैं, बल्कि जीवन के असली सबक भी सिखाते हैं। एक शिक्षक का कार्य केवल कक्षा तक सीमित नहीं होता, बल्कि वे हमारे चरित्र निर्माण और हमारे समाज में योगदान देने की भावना को विकसित करते हैं।
आज के इस अवसर पर हमें यह समझना चाहिए कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास तभी संभव है, जब हम अपने शिक्षकों को सही सम्मान और उनका हक दें। आज भी हमारे देश में कई शिक्षक अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभा रहे हैं, लेकिन उनके लिए जो संसाधन और सम्मान मिलना चाहिए, वह अभी भी अधूरा है। हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम शिक्षकों के इस अमूल्य योगदान को हमेशा सराहेंगे और उनके लिए एक बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए प्रयास करेंगे।
शिक्षक दिवस पर हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए, जो निस्वार्थ भाव से हमारे भविष्य को संवारने में लगे रहते हैं। आइए हम सब मिलकर अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करें और यह संकल्प लें कि हम उनकी शिक्षाओं का पालन करते हुए अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएँगे।
अंत में, मैं बस यही कहना चाहूंगा कि शिक्षक केवल एक पेशा नहीं है, बल्कि एक महान जिम्मेदारी है, और हर शिक्षक उस जिम्मेदारी को बखूबी निभाता है।
सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र बघेल उर्फ जीतू ने मंच संचालन करते हुऐ कहा कि आज का दिन उन महान शिक्षकों को समर्पित है, जो हमें जीवन के हर मोड़ पर सही दिशा दिखाते हैं। शिक्षक केवल ज्ञान के दीप नहीं हैं, बल्कि हमारे चरित्र निर्माण, हमारे समाज और राष्ट्र की उन्नति में उनकी भूमिका सबसे अहम है।
बही पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जे पी सर ने कहा की आज, मैं उन सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करता हूँ, जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। आप सभी ने अपनी मेहनत और समर्पण से हमारे देश के भविष्य को संवारने का काम किया है। शिक्षक सिर्फ़ पाठ्यक्रम पढ़ाने तक सीमित नहीं होते, वे हमें सही मार्गदर्शन, मूल्य और अनुशासन का पाठ भी पढ़ाते हैं। उनके बिना जीवन अधूरा है।
यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक समाज सेवा है, जिसका हर व्यक्ति पर गहरा प्रभाव होता है। मुझे गर्व है कि हमारे देश में ऐसे शिक्षक हैं, जो कठिन परिस्थितियों में भी बच्चों को शिक्षा देने के लिए समर्पित रहते हैं। शिक्षक हमारे समाज के वे नायक हैं, जो देश के भविष्य का निर्माण करते है इसी के साथ जेपी बघेल प्राचार्य,बीबी बॉस सर, जय नारायण शाक्य, आशाराम लहरिया, शेरू कस्तवार (पत्रकार मीडिया प्रभारी सामाजिक क्रांति मोर्चा)एड गोपीलाल कुशवाह, लला महेश्वरी, भगत सिंह,अनंत कुशवाह, संदीप कस्तवार,विपिन यादव सरपंच, हरीश सर ने अपने वक्तव्य में शिक्षा के महत्व को समझाया इसी बीच अरविंद्र राठौर, नरोत्तम,कोमल चौहान, रामजीवन भास्कर, राजेंद्र सुमन,राम नरेश आचार्य जी, सुदामा सर,आशीष कुशवाह, संतराम कुशवाह, बृजेन्द्र मिहोलिया, अवधेश दोहरे, गौतम , कुअर सिंह,मुकेश कुशवाह , संदीप बाल्मिकी, भारत बघेल, लालू सर,किशन लाल शाक्य, राजेश कुशवाह, श्याम सिंह बघेल, सुरेंद्र गौतम, फूल सहाय तमोल्या, सतेंद्र कुशवाह,गोपी लाल शाक्य, मनीष, विकाश सर, बेताल सिंह ,नाथू राम,शिव प्रसाद शाक्य,के साथ सैकड़ों शिक्षक लोग उस्पथित हुए।